जुबिली न्यूज डेस्क
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले के प्राचीर से देश को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने कई अहम बिंदुओं पर बात की। उन्होंने पड़ोसियों के साथ बेहतर रिश्तों से लेकर वैक्सीन तक पर बयान दिया। साथ ही देश के आर्थिक विकास से लेकर डिजिटाइजेशन पर योजनाओं को भी सामने रखा।
मोदी के संबोधन के बाद कांग्रेस पार्टी ने चीन को लेकर उन पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने पूछा है कि क्यों सत्ता में बैठे लोग हमारी सीमा में घुस आए चीन का नाम लेने से डर रहे हैं?
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने मोदी सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि आखिर चीन का नाम लेने से सत्ता में बैठे लोग क्यों डर रहे हैं?
ये भी पढ़े: बिहार : बीजेपी की सहयोगी पार्टी ने भी वर्चुअल चुनाव प्रचार का किया विरोध
ये भी पढ़े: कुछ इस तरह से बॉलीवुड सेलेब्स ने स्वतंत्रता दिवस की बधाई
ये भी पढ़े: नागालैंड में उठी अलग झंडे और संविधान की मांग
सुरजेवाला ने कहा कि हर देशवासी को इस मुद्दे पर सरकार से सवाल पूछने की जरूरत है। तो वहीं अहमद पटेल ने कहा कि यदि कुछ हुआ है तो इसमें शर्मिंदा होने की क्या बात है, ऐसा पहले भी हुआ है। हमें उन्हें पीछे धकेलने के लिए एक्शन लेना चाहिए।
मोदी के भाषण के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि इस स्वतंत्रता दिवस पर हर देशवासी को सरकार से पूछना चाहिए कि वह देश की रक्षा और चीन को पीछे धकेलने के लिए क्या कर रही है? प्रधानमंत्री ने लाल किले से अपने भाषण में कहा कि रुह्रष्ट से रु्रष्ट तक देश की संप्रभुता को चुनौती देने वालों को सैनिकों ने माकूल जवाब दिया है। पीएम ने चीन का नाम लिए बिना कहा कि हमारे सैनिक क्या कर सकते हैं वह लद्दाख में दुनिया ने देखा है। उन्होंने यह भी कहा कि पूरा देश संप्रभुता की रक्षा के लिए एकजुट है।
सुरेजावाल ने कहा, ”सभी कांग्रेसी कार्यकर्ता और 130 करोड़ भारतीयों को सुरक्षाबलों पर गर्व है और उनपर पूरा भरोसा है। हर हमले के समय चीन को मुंहतोड़ जवाब देने वाले सैनिकों को हम सैल्यूट करते हैं। लेकिन उनका क्या जो सत्ता में बैठे हुए हैं। वे चीन का नाम लेने से डर रहे हैं?” उन्होंने कहा, ”हमें यह भी सोचना होगा कि आज हुक्मरान चीन का नाम लेने से डरते क्यों हैं? आज जब चीन हमारी सरजमीं पर अतिक्रमण किए हुए है तो उसे पीछे कैसे धकेलना है, भारत मां की रक्षा कैसे करनी है, इस पर हर भारतवासी को सोचना होगा और सरकार से जवाब मांगना होगा। यह सच्ची आजादी का प्रतिबिंब है।
ये भी पढ़े: कोरोना : भारत के 127 जिलों में बिगड़े हालात
ये भी पढ़े: इक्कीसवीं सदी की चुनौतियों से निपटने में सक्षम है नई शिक्षा नीति
ये भी पढ़े: मॉरीशस का नीला समुद्र क्यों हुआ काला?
मोदी की ओर से ‘आत्मनिर्भर भारत पर जोर दिए जाने को लेकर कांग्रेस नेता ने सरकार पर तंज किया। उन्होंने सवाल किया, ”हर भारतवासी को सोचना है कि आज आजादी के मायने क्या हैं? क्या हमारी सरकार प्रजातंत्र में विश्वास रखती है, जनमत और बहुमत में विश्वास रखती है? इस देश में बोलने, सोचने, कपड़ा पहनने और आजीविका कमाने की आजादी है या कहीं न कहीं इन पर अंकुश लग गया है?
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने चीन को लेकर पीएम मोदी के बयान पर कहा, ”केवल कह देना काफी नहीं है। यदि उन्होंने जवाब दिया हम खुश हैं। पीएम जो कहते हैं हमें उस पर विश्वास करना चाहिए, लेकिन वे और उनकी सरकार सच्चाई जानती है। वास्तविकता अच्छी नहीं है। क्या वे (चीनी सैनिक) हमारे क्षेत्र में घुसे हैं, रक्षामंत्री ने कुछ कहा और पीएम ने कुछ और कहा।”
पटेल ने आगे कहा, ”उन्हें कम से कम विपक्ष को विश्वास में लेना चाहिए। यदि कुछ हुआ है तो शर्मिंदा होने की क्या जरूरत है? यह पहले भी हुआ है। कूटनीतिक आर्थिक रूप से ऐक्शन लिया जाए और उन्हें पीछे भेजा जाए, यदि वे हमारे क्षेत्र में घुसे हैं।”