जुबिली न्यूज डेस्क
अमेरिका में 3 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होना है। चुनाव में अब बहुत कम समय बचा है इसलिए राजनीतिक दल मतदाताओं को रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। रिपब्लकिन पार्टी के उम्मीदवार व मौजूदा राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप हो या डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन दोनों मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं। लेकिन इस सबमें सबसे ज्यादा चर्चा में हिंदू मतदाता हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में हिंदू अमेरिकी मतदाता महत्वपूर्ण हो गए हैं। रिपब्लकिन और डेमोक्रेटिक, दोनों पार्टियां हिंदू अमेरिकी वोटरों को रिझाने में लगी हुई हैं।
ये भी पढ़े: आखिर शिवसेना क्यों कर रही जया बच्चन की तारीफ
ये भी पढ़े: रूस में मंत्रियों की बातचीत से पहले एलएसी पर हुई थी 100-200 राउंड फायरिंग
ये भी पढ़े: एयर इंडिया को नहीं मिल रहे खरीददार, अब क्या करेगी मोदी सरकार?
दरअसल इस चुनाव में हिंदू मतदाता इसलिए महत्वपूर्ण हो गए है क्योंकि इस बार चुनाव में 20 लाख हिंदू मतदाता वोट डालेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि अमेरिकी चुनाव में 20 लाख हिंदू काफी अहम भूमिका निभाने वाले हैं। इसलिए इन्हें राजनीतिक दल अपने पक्ष में करने की कवायद में लगे हुए हैं।
डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन कमला हैरिस के जरिए भारतवंशी सहित अफ्रीकी-अमेरिकी मूल के मतदातों को अपने पाले में लाने की कवायद कर रहे हैं तो वहीं ट्रंप भारत व प्रधानमंत्री मोदी के प्रति प्यार दिखाकर मतदातों को अपने पक्ष में करने की कवायद में लगे हुए हैं।
इस चुनाव में डोनॉल्ड ट्रंप कैंप ने ‘हिंदू वॉयस फॉर ट्रंप’ अभियान की शुरुआत की है, तो बाइडन कैंप की तरफ से ‘हिंदू अमेरिकंस फॉर बाइडन’ कैंपेन चला रहा है।
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो हिंदू मतदाताओं की राष्ट्रपति चुनाव में नतीजों को तय करने वाले कई राज्यों में इनकी भूमिका काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
भारतीय-अमेरिकी नेता राजा कृष्णमूर्ति का कहना है कि उन्होंने अपने समुदाय के लोगों को वोट यानी अपने ‘धर्म’ का पालन करने के लिए कहा है।
कृष्णमूर्ति इलिनोइस से तीन बार से डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद हैं। उन्होंने ‘बाइडन के लिए हिंदू अमेरिकी’ नाम से एक औपचारिक अभियान भी शुरू किया है।
ये भी पढ़े: सपा के इस नेता ने कंगना को दिया ऐसा जवाब कि लटका मुंह पर ताला
ये भी पढ़े: ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन का ट्रायल भारत में फिर से शुरु
राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि उन्होंने अपने समुदाय के लोगों को डिजिटल संबोधन में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बाइडन और कमला हैरिस के लिए 3 नवंबर को वोट डालने की अपील की है।
वह कहते हैं कि मुझे लगता है कि वसुधैव कुटुंबकम हिंदुओं का मूल नैतिक मूल्य है। इसी वजह से बाइडन को चुनना महत्वपूर्ण है। वॉशिंगटन में एक पुरानी कहावत है कि अगर आपके पास टेबल पर बैठने के लिए जगह नहीं है, तो आप मेन्यू में शामिल हैं। कोई हिंदू अमेरिकी मेन्यू कार्ड में शामिल होना पसंद नहीं करेगा और न ही हमारा यह अजेंडा है। इसीलिए आपका वोट करना बहुत जरूरी है।’
स्विंग स्टेट्स में अहम भूमिका
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के आखिरी हफ्ते में उम्मीदवारों का जोर ‘स्विंग स्टेट्स’ पर होता है। इन्हें रिझाने के लिए उम्मीदवार अपनी पूरी ताकत झोंक देते हैं। ‘स्विंग स्टेट्स’ वैसे राज्य होते हैं, जहां का वोटर किसी के भी पक्ष में मतदान कर सकता है। इस
लिहाज से फ्लोरिडा, वर्जीनिया, पेन्सिलनाविया, मिशिगन और विस्किंसन जैसे राज्यों में हिंदू अमेरिकी वोट काफी मायने रखते हैं।
वहीं ट्रंप की तरफ से कहा जा रहा है, ‘अगर राष्ट्रपति ट्रंप दोबारा चुने गए, तो अमेरिका में हिंदुओं की धार्मिक आजादी की राह में आने वाली बाधाओं को कम किया जाएगा।’
ट्रंप ने 2016 में पहली बार इस मतदाता वर्ग तक पहुंच बनाई थी। ट्रंप ने न्यू जर्सी में न सिर्फ हिंदुओं की रैली को संबोधित किया, बल्कि उनका परिवार वर्जीनिया और फ्लोरिडा जैसे स्विंग स्टेट्स में हिंदू मंदिर भी गए थे।
ये भी पढ़े: …तो इस वजह से तेजस्वी की बढ़ सकती है परेशानी
ये भी पढ़े: इस एक्ट्रेस को नहीं पता पीओके का मतलब, हो रही जमकर ट्रोल