जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। शिवसेना के सीनियर नेता संजय राउत ने शनिवार को एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें भी गुवाहाटी जाने का ऑफर मिला था लेकिन उन्होंने से ठुकरा दिया था।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझे भी गुवाहाटी जाने का प्रस्ताव मिला था, लेकिन मैं बालासाहेब ठाकरे का अनुसरण करता हूं इसलिए मैं वहां नहीं गया। जब सच्चाई आपके पक्ष में है, तो डर क्यों है?
संजय राउत ने कहा, कि इस देश का एक जिम्मेदार नागरिक, सांसद होने के नाते मेरा ये कर्तव्य है कि जब देश की कोई भी जांच एजेंसी मुझे बुलाती है तो मैं उनके समक्ष जाकर बयान दूं।मुझे बुलाया गया, लोगों के मन में कुछ शंका है कि ये राजनीतिक दबाव में हुआ है, ऐसी कोई बात नहीं है।बता दें कि बीते कुछ दिनों से महाराष्टï्र की सियासत में उठापटक देखने को मिल रही है।
शिवसेना में बगावत की वजह से वहां पर तख्तापलट हो गया है और बगावत के बाद शिंदे अपने समर्थक विधायकों के साथ मिलकर बीजेपी की मदद से नई सरकार बना डाली है।
हालांकि शिंद को अभी बहुत कुछ साबित करना है क्योंकि उनकी राह में शिवसेना लगातार रोड़ा अटका रही है। इससे पूर्व शिंदे और उनके साथी गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू होटल में आठ दिन तक रुके हुए थे।
शिवसेना के बागियों के लिए इस होटल के सभी 70 कमरे बुक किए गए थे। वहीं बाहरी लोगों के लिए होटल के रेस्टोरेंट, बैंक्वेट समेत अन्य सुविधाओं पर 22 से 29 जून तक रोक लगा दी गई थी।