जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर बिकरू कांड में शहीद हुए सीओ समेत 8 पुलिसकर्मियों के परिवार को सम्मानित किया है।
हालांकि सीएम योगी ने इस दौरान यूपी पुलिस की जमकर तारीफ की है। सीएम योगी ने एनकाउंटर का हिसाब देते हुए बताया कि प्रदेश में 20 मार्च 2017 से अब तक यानी 5 अक्टूबर 2020 तक पुलिस मुठभेड़ में 125 कुख्यात अपराधी मारे गए और 2607 अपराधी घायल हुए है।
योगी ने बताया कि दुर्दांत अपराधी मारे गए या फिर जेल भेजे गए। प्रदेश में आपसी सौहार्द व्याप्त है। राज्य में हुई विभिन्न पुलिस के 13 जवान शहीद हुए, और 988 पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। इस अवधि में 9578 ईनामी अपराधियों को गिरफ्तार भी किया गया।
'पुलिस स्मृति दिवस' उन सभी पुलिसजनों को स्मरण करने का अवसर है जिन्होंने देश में सुरक्षा, शांति व सौहार्द की स्थापना हेतु मातृभूमि के लिए सर्वस्व बलिदान किया है।
कर्तव्य की वेदी पर अपने आपको न्योछावर करने वाले सभी पुलिसकर्मियों को मेरा नमन एवं कृतज्ञतापूर्ण श्रद्धांजलि। pic.twitter.com/o7iEohGsjA
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 21, 2020
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सीएम योगी ने कहा कि अपराधियों में कानून का भय पैदा करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार माफियाओं पर शिकंजा कस रही है।
उन्होंने कहा कि अब तक सूबे में माफियाओं के सहयोगियों पर बड़ा एक्शन लेते हुए 200 से अधिक सहयोगियों के विरुद्ध गिरफ्तारी और गुंडा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट, शस्त्र अधिनियम और अन्य धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई की गई है, जिसमें 300 करोड़ से अधिक मूल्य की सरकारी संपत्ति को अवैध कब्जे से मुक्त करवाने के साथ साथ उनके ध्वस्तीकरण और जब्तीकरण की कार्रवाई भी की गई है।
इस दौरान योगी ने एसटीएफ की जमकर तारीफ की और कहा कि है एसटीएफ के 313 ऑपरेशन में 11 दुर्दांत मारे गए जबकि 648 कुख्यात गिरफ्तार भी किया गया है।
कुल मिलाकर सूबे के मुखिया योगी आदित्यानाथ इस समय कानून व्यवस्था को मजबूत करने में लगे हुए है। बता दें कि सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाते हुए एक विशेष महिला पुलिस इकाई बनाकर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का नया प्रयास किया है। इसके तहत सरकार ने मिशन शक्ति अभियान के हिस्से के रूप में पिंक-पेट्रोल नाम से नई महिला पुलिस बल की गश्ती टीम बनाई है।
इसकी शुरूआत नवरात्रि के मौके पर शुरू हो गई। कठोर प्रशिक्षण से गुजरने के बाद लगभग 250 महिला पुलिसकर्मियों को पिंक पेट्रोल में तैनात किया गया है। हाथरस गैंग रेप की वारदात के बाद से ही यूपी पुलिस सवालों के घेरे में रही है। इस पूरे प्रकरण में सरकार पर कई तरह सवाल उठ चुके हैं। हालांकि योगी इसको लेकर कड़े कदम उठाने के संकेत जरूर दे रहे हैं।
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