सैय्यद मोहम्मद अब्बास
लखनऊ। विश्व कप शुरू होने में बेहद कम दिन रह गए है। पांच अक्टूबर से क्रिकेट के सबसे बड़े महाकुंभ की शुरुआत होने जा रही है। भारत की मेजबानी में खेले जाने वाले इस इवेंट में दुनिया की कई टीमें विश्व कप ट्रॉफी जीतने का दावा कर रही है।
भारत भी इस बार विश्व कप जीतने का दावा कर रहा है क्योंकि रोहित शर्मा की टीम अपनी धरती पर सबसे खतरनाक मानी जाती है। दस शहरों में खेले जा रहे हैं टूर्नामेंट इस बार लखनऊ का इकाना स्टेडियम भी शामिल है। पहली बार लखनऊ का इकाना स्टेडियम विश्व कप की मेजबानी करने जा रहा है।
इससे पहले यूपी का ग्रीन पार्क ही विश्व कप मैच की मेजबानी कर चुका है लेकिन इस बार सबकी नजरे इकाना स्टेडियम पर होगी क्योंकि हाल के दिनों में यहां की पिच को लेकर किच-किच देखने को मिली थी। आईपीएल से लेकर टी-20 इंटरनेशनल मैचों की मेजबानी करने वाला इकाना स्टेडियम जहां दुनिया के खूबसूरत स्टेडियम की वजह से चर्चा में बना हुआ है…
इतना ही नहीं विश्व कप के पांच मैचों की मेजबानी भी इस स्टेडियम को दी गई है। मेजबानी मिलने के बाद यूपी में क्रिकेट का माहौल पूरी तरह से बदल गया है। नवाबों की नगरी में बड़े-बड़े सितारे खेलते हुए नजर आयेंगे।
इतना ही नहीं 29 अक्टूबर को यहां पर भारत और इंग्लैंड का हाईवोल्टेज मुकाबला भी खेला जाना है लेकिन इस सब के बीच एक सवाल क्रिकेट फैंस को काफी परेशान कर रहा है। दरअसल क्रिकेट फैंस को डर है कि कही इकाना की पिच टीम इंडिया को धोखा न दे।
अभी तक जितने भी मैच यहां पर खेले गए है, उन सभी मैचों में पिच का बर्ताव बेहद खराब रहा था। इंडिया-न्यूजीलैंड टी-20 मैच में पिच ने ऐसा खेल खेला कि बल्लेबाज चौके-छक्के मारने के लिए तरस गए। इसका नतीजा ये हुआ स्कोर पर बोर्ड पर 100 रन लगाने के लिए बल्लेबाजों के पसीने छूटते नजर आये। इसका नतीजा ये हुआ हार्दिक को भी पिच की आलोचना करनी पड़ी।
हालांकि अब ये सब अतीत है क्योंकि पिच को सही कर लिया गया है। मेजबानी मिलने के बाद बीसीसीआई और यूपीसीए की निगरानी में इस पिच को फिर ठीक किया गया है। इसके बाद आईसीसी भी इस मैदान को देखकर काफी खुश है लेकिन इसके बावजूद क्रिकेट फैंस को डर है कि कही पिच पहले जैसा खेल न दिखा दे। जुबिली पोस्ट ने कई क्रिकेट फैंस ने वर्ल्ड कप मैच को लेकर बात की तो सभी बहुत खुश है की पांच मैच यहाँ पर हो रहे है लेकिन सभी चाहते हाई स्कोरिंग मैच और रोमांचक हो।
क्रिकेट फैंस की माने तो पिच को फिर से सही किया गया है लेकिन अभी तक बगैर किसी टेस्ट के या फिर अभ्यास मैच के बगैर यहां पर विश्व कप जैसे बड़े मैचों का आयोजन किया जायेगा जो सवालों के घेरे में है।
लोगों को डर है कि अगर ये पिच आशा के अनुरूप नहीं होती है तो पिच के खेल में नुकसान भारतीय टीम को उठाना न पड़ जाये।
पहले भी इस पिच पर रन बनाना बल्लेबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है। स्लो बाउंस और स्पिनरों को मदद देने वाली पिच इसलिए खतरनाक होती है क्योंकि इंग्लैंड के पास विश्व स्तर के स्पिनर मौजूद है। बगैर किसी अभ्यास मैच के सीधे इंटरनेशनल मैच खेलना किसी भी क्रिकेट फैंस के गले से नहीं उतर रहा है