न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व मंत्री एवं क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को श्रद्धालुओं के पहले जत्थे के साथ करतापुर साहिब गुरुद्वारा जाने की राजनीतिक अनुमति मिल गई है। सिद्धू के पहले जत्थे के साथ करतारपुर साहिब जाने को लेकर असंमजस की स्थिति बनी हुई थी।
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सिद्धू ने इस संबंध में विदेश मंत्री एस. जयशंकर को कई पत्र लिखकर आग्रह किया था कि उन्हें करतापुर साहिब जाने के लिए राजनीतिक अनुमति दी जाए। सिद्धू ने कहा था कि यदि अनुमति नहीं मिलती है तो वह आटरी- बाघा सीमा से पाकिस्तान जाएंगे, जिसके लिए उन्हें वीजा मिल गया है।
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सूत्रों के अनुसार गुरुवार को सिद्धू को करतारपुर साहिब जाने की राजनीतिक अनुमति दे दी गई है। सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि सिद्धू को अनुमति देते समय बताया गया है कि वह आठ नवम्बर की जगह नौ नवम्बर को पहले जत्थे के साथ करतापुर कॉरिडोर से होकर जा सकेंगे।
क्रिकेट जगत से राजनीति में कदम रखने वाले श्री सिद्धू ने विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर को आज दिन में भेजे अपने तीसरे पत्र में लिखा था कि कानून का पालन करने वाले नागरिक के रूप में वह केन्द्र सरकार की अनुमति मिलने पर ही पाकिस्तान जाने के इच्छुक हैं।
यदि सरकार को किसी प्रकार की आपत्ति है और वह उन्हें मना कर देती है तो कानून का पालन करने वाले नागरिक के तौर पर वह नहीं जाएंगे। अगर उनके तीसरे पत्र का उत्तर नहीं दिया गया तो वह लाखों सिख श्रद्धालुओं की तरह से उचित वीसा पर PAK के लिए रवाना होंगे।
शाम को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने नियमित ब्रीफिंग के दौरान श्री सिद्धू को राजनीतिक मंजूरी दिये जाने संबंधी सवालों का स्पष्ट जवाब नहीं दिया था। कुमार ने कहा कि श्री सिद्धू क्या करना चाहते हैं, यह उन पर निर्भर है। करतारपुर गलियारे का विषय बहुत बड़ा है इसलिए हम व्यक्तियों के मसलों पर ध्यान केन्द्रित नहीं कर सकते हैं।