प्रीति सिंह
फिल्म दीवार में महानायक अमिताभ बच्चन का एक डायलॉग बहुत प्रसिद्ध हुआ था, जब वह फिल्म के क्लाइमेक्स में मंदिर में जाते हैं और भगवान से कहते हैं खुश तो बहुत होगे तुम। दरअसल इस फिल्म में अमिताभ की भूमिका नास्तिक की थी लेकिन अंतिम समय में मजबूरी में उन्हें भगवान के सामने जाना पड़ता है। ऐसा ही कुछ अब पीएम नरेन्द्र मोदी करने जा रहे हैं। पिछले पांच सालों से अयोध्या से दूरी बनाने वाले मोदी डूबती कश्ती को सहारा देने के लिए एक मई को अयोध्या जा रहे हैं।
आखिरकार नरेन्द्र मोदी को अयोध्या और भगवान श्रीराम याद आ ही गए। चर्चा है कि पीएम मोदी एक मई को अयोध्या जायेंगे और यहां चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। पिछले पांच साल में मोदी का यह पहला अयोध्या दौरा होगा।
2014 चुनाव जीतने के बाद श्रीराम और हिंदुत्व से किया था किनारा
पिछले पांच साल में कई बार ऐसा मौका आया है जब साधु-संतों ने मांग की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार जरूर अयोध्या आना चाहिए, लेकिन मोदी अयोध्या नहीं पहुंचे। 2014 चुनाव जीतने के बाद पीएम मोदी ने भगवान श्रीराम और अयोध्या से किनारा कर लिया था।
सत्ता संभालने के बाद वह कभी भी न तो हिंदुत्व पर बोले और न ही अयोध्या या भगवान श्रीराम पर। जबकि पार्टी के एजेंडे में श्रीराम मंदिर हमेशा से रहा है। इतना ही नहीं वह सीएम योगी और अन्य कट्टर हिंदुत्ववादी छवि के नेताओं से भी किनारा कर लिए थे। उनके लिए मोदी ने सार्वजनिक मंच से कभी कुछ नहीं कहा।
यूपी 2017 विधानसभा चुनाव में योगी से बढ़ी करीबी
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में एक बार फिर हिंदुत्व का म़ुद्दा उठा। उत्तर प्रदेश में सबसे बड़े कट्टर हिंदुत्व छवि के नेता योगी आदित्यनाथ है। योगी का पूर्वांचल में गहरा दखल है। विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी चुनाव प्रचार के लिए आए लेकिन वह अयोध्या तो नहीं गए लेकिन योगी के सम्मान में कसीदे पढ़कर हिंदुत्व को हवा देते रहे। खुद तो श्रीराम मंदिर के बारे में कुछ नहीं कहे लेकिन योगी के माध्यम से इसे मुद्दा बनाये रखा। इसका असर चुनाव में दिखा भी। बीजेपी यूपी में पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई।
लोकसभा चुनाव में गठबंधन और कांग्रेस ने बिगाड़ा खेल तो याद आई अयोध्या
80 सीटों वाले उत्तर प्रदेश में 26 लोकसभा सीटों पर मतदान हो चुका है। ऐसी चर्चा कि इन सीटों पर बीजेपी खास नहीं कर पायी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा और आरएलडी गठबंधन के साथ-साथ कांग्रेस ने बीजेपी के गणित को बिगाड़ दिया है। अभी उत्तर प्रदेश में 54 सीटों पर चुनाव होना बाकी है। इसलिए पीएम मोदी अब इधर फोकस कर रहे हैं। मोदी जानते हैं कि यूपी में फतह के बिना दिल्ली की सत्ता दोबारा पाना सपने जैसा है।
एक मई को अयोध्या में चुनावी रैली कर पीएम मोदी एक साथ कई समीकरण साधने की कोशिश करेंगे। अयोध्या से वह संदेश देंगे कि हिंदुत्व और राम मंदिर बीजेपी की प्राथमिकता में है ही साथ ही वह यहां से बहराइच, कैसरगंज, बाराबंकी, गोंडा, लखनऊ को भी साधने की कोशिश करेंगे। कुल मिलाकर मोदी अयोध्या से अवध को घेरने की कोशिश करेंगे।
6 मई को जिन सीटों पर मतदान होना है उनमें धौरहरा, सीतापुर, मोहनलाल गंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, फैजाबाद बहराइच, कैसरगंज और गोंडा शामिल है। अमेठी और रायबरेली छोड़कर बीजेपी ने इन सभी सीटों पर 2014 चुनाव में जीत हासिल की थी।
फिलहाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बार फिर भगवान श्रीराम की शरण में आ रहे हैं। भगवान श्रीराम कितना सहारा देंगे यह 23 मई को पता चलेगा लेकिन पीएम की रैली से उम्मीदवारों में जीत की आस जरूर बढ़ गई है।