जुबिली न्यूज डेस्क
अफगानिस्तान पर तालिबान द्वारा कब्जा किए एक माह हो गया है। अब भी लोगों का देश छोड़कर जाने का सिलसिला जारी हुआ है। इसी कड़ी में अफगानिस्तान की जूनियर नेशनल फुटबॉल टीम की महिला खिलाड़ी पाकिस्तान पहुंच गयी हैं।
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से ही ये महिला खिलाड़ी तालिबानी लड़ाकों के डर से छिपकर रह रही थीं।
हालांकि काबुल से महिला खिलाडिय़ों की टीम पिछले महीने ही निकलने में सफल रही थी लेकिन जूनियर महिला खिलाडिय़ों की टीम कथित तौर पर फंस गई थी।
दरअसल जूनियर टीम पासपोर्ट और दस्तावेज पूरे नहीं होने के कारण वे अफगानिस्तान से निकल नहीं पायी थीं।
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“फुटबॉल फॉर पीस” चैरिटी संस्था की पैरवी के बाद बत्तीस खिलाडिय़ों और उनके परिवार वालों के लिए पाकिस्तान का वीजा जारी हुआ।
इस मामले में पाकिस्तान फ़ुटबॉल महासंघ के एक अधिकारी ने बताया कि कुल 81 लोगों के समूह को लाहौर में महासंघ के मुख्यालय में रहने की अनुमति दी गई है। उन्होंने कहा कि गुरुवार को और 34 लोग वहां पहुंचेंगे।
अधिकारियों के मुताबिक खिलाड़ी द्वारा किसी तीसरे देशों में शरण लेने के लिए आवेदन करने से पहले 30 दिनों तक वह कड़ी सुरक्षा के बीच पाकिस्तान में रहेंगे।
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हाल ही में द इंडिपेंडेंट ने ख़ुलासा किया था कि खिलाडिय़ों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को पत्र लिखकर देश में तत्काल प्रवेश करने की अनुमति मांगी थी।
पत्र में दावा किया गया है कि लड़कियों ने तालिबान को लेकर खतरे की आशंका जतायी थी।