प्रमुख संवाददाता
लखनऊ. राम मन्दिर के भूमि पूजन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. मेहमानों की लिस्ट तैयार है. मेहमानों के पास निमंत्रण कार्ड पहुँच चुके हैं. सारे मेहमानों को 4 अगस्त को ही अयोध्या पहुँच जाना है. भूमि पूजन में बुलाये गए मेहमानों में राम मन्दिर आन्दोलन के नायक रहे लाल कृष्ण आडवाणी और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को नहीं बुलाया गया है.
भूमि पूजन की अगुवाई कर रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने लाल कृष्ण आडवाणी और कल्याण सिंह को फोन कर कहा कि आपकी उम्र बहुत ज्यादा हो गई है आप इस भीड़ में न आयें.
सोमनाथ से अयोध्या की रथयात्रा के ज़रिये राम मन्दिर के लिए पूरे देश में माहौल बनाने वाले लाल कृष्ण आडवाणी भूमि पूजन नहीं देख पायेंगे. बाबरी मस्जिद को गिरवाने के लिए अपनी सरकार में कारसेवकों को पूरी छूट देने और मस्जिद गिर जाने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे देने वाले कल्याण सिंह अयोध्या जाने वाले मेहमानों की लिस्ट में शामिल नहीं होंगे.
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मेहमानों की लिस्ट में तो उमा भारती का नाम भी नहीं है लेकिन उमा भारती ने यह कहकर अपनी इज्जत बचा ली कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए मैं भूमि पूजन में शामिल नहीं होऊँगी. मेरा नाम लिस्ट से काट दें. साथ ही उन्होंने यह कहकर कि मैं सरयू तट पर मौजूद रहूँगी के ज़रिये यह पक्का करने की कोशिश भी की है कि उन्हें अयोध्या पहुँचने से रोका न जाए. उमा भारती के लिए भी आडवाणी और कल्याण की तरह यह असहज कर देने वाली स्थिति थी कि जिस राम मंदिर आन्दोलन की अगुवाई की उसी के भूमि पूजन में उन्हें तिरस्कृत कर दिया गया.