जुबिली न्यूज डेस्क
देश में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए आज वोटिंग हो चुका है। इस बार सात चरणों में लोकसभा के चुनाव हो रहे हैं। 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान हुआ और अंतिम चरण का मतदान एक जून को होगा, वहीं चार जून को वोटों की गिनती होगी और रिजल्ट घोषित हो जाएंगे। छठें चरण की वोटिंग के लिए नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो गई है। इस बीच, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) नेछठें चरण में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण किया है। इस चरण में कुल 162 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
एडीआर के एक विश्लेषण के अनुसार, मौजूदा लोकसभा चुनाव के छठें चरण में 14 निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ने वाले सभी 162 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया जो सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, सन्त कबीर नगर, लालगंज (SC), आज़मगढ़, जौनपुर, मछलीशहर (SC) और भदोही से चुनाव लड़ रहे है|
उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामले 162 में से 38 (23 %) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं जब कि 21% उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए है।
अपराधिक मामले
लोकसभा चुनाव 2024 के छठें चरण के चुनाव में अपराधिक मामले घोषित करने वाले उम्मीदवारों का दलवार विवरण देखा जाये तो बहुजन समाज पार्टी के 14 में से 4 (29%), भारतीय जनता पार्टी के 14 में से 6 (43%), समाजवादी पार्टी के 12 में से 9 (75%) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर अपराधिक मामले घोषित किए हैं। उम्मीदवारों द्वारा घोषित गंभीर आपराधिक मामलों में बहुजन समाज पार्टी के 29%, भारतीय जनता पार्टी के 21 %, समाजवादी पार्टी के 75% उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
आपराधिक मामलों में बाबू सिंह कुशवाहा जो जौनपुर से समजवादी पार्टी से चुनाव लड़ रहे है उनके ऊपर 25 आपराधिक मामले दर्ज है, दूसरे नम्बर पर आपराधिक छवि के उम्मीदवार में राम भुआल निषाद हैं जो सुल्तानपुर से समजवादी पार्टी के उम्मीदवार है इनके ऊपर 8 आपराधिक मामले दर्ज़ है वही तीसरे नंबर पर मोइनुद्दीन अहमद खान जो बहुजन समाज पार्टी से श्रावस्ती के उम्मीदवार है जिनके ऊपर 10 आपराधिक मामला पंजीकृत है।
करोडपति उम्मीदवारों
में 162 में से 59 यानी 36% उम्मीदवार करोड़पति हैं। जिसमे भारतीय जनता पार्टी के 14 में से 14 (100%), समाजवादी पार्टी के 12 में से 11 (92 %), बहुजन समाज पार्टी के 14 में से 9 (64%), उम्मीदवार करोड़पति हैं।
उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव 2024 के छठें चरण के उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 4 .66 करोड़ है मुख्य दलों में भारतीय जनता पार्टी के 14 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति लगभग 28 करोड़ है बहुजन समाज पार्टी के 14 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 4 करोड़ के आसपास है समाजवादी पार्टी के 12 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति लगभाग 13 करोड़ है।
मेनका संजय गाँधी की संपति सबसे ज्यादे
लोकसभा चुनाव के छठें चरण के प्रत्याशियों में सुल्तानपुर से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रही मेनका संजय गाँधी हैं जिनकी संपत्ति लगभग 97 करोड़ के आसपास है प्रवीन पटेल, फूलपुर से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं जिनकी संपत्ति 64 करोड़ के लगभग है वही समाजवादी पार्टी लोकसभा सीट से शिवपाल सिंह पटेल, प्रतापगढ़ से चुनाव लड़ रहे हैं जिनकी संपत्ति लगभग 46 करोड के आसपास हैं।
सबसे कम संपत्ति घोषित करने वाले शीर्ष तीन उम्मीद्वारो कि बात करे तो प्रतापगढ़ लोकसभा सीट से SUCI ( C ) से चुनाव लड़ रहे राम कुमार यादव हैं जिनकी कुल समत्ति एक हजार छ सौ छियासी हैं दूसरे नंबर पर मछलीशहर से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे सुबास हैं जिनकी संपत्ति 10 हज़ार बताई गई हैं तीसरे नंबर पर मछलीशहर से समाज परिवर्तन पार्टी से चुनाव लड़ रही उर्मिला हैं उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 34 हज़ार रूपए बताई हैं।
शैक्षिक योग्यता
लोकसभा चुनाव 2024 के छठें चरण में 162 में से 51 (31 %) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच घोषित की है. जबकि 105 (65 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज़्यादा घोषित की हैं। 3 उम्मीदवार ने अपनी शैक्षिक योग्यता डिप्लोमा धारक घोषित की है। 3 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर घोषित की है|
छठें चरण में उम्मीदवारों की आयु
छठें चरण में उम्मीदवारों की आयु की बात करे तो 162 में से 60 (37प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 40 वर्ष के बीच घोषित की है, जबकि 75 (46 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच घोषित की है। 27 (17 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 61 से 80 वर्ष के बीच घोषित की है।
उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवे चरण में 16 (10 प्रतिशत) महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही है।
मुख्य संयोजक यूपी इलेक्शन वॉच एडीआर संजय सिंह ने कहा छठें चरण के चुनाव में सभी पार्टियों के प्रत्यासी धनबली है। अब इससे स्पष्ट हो गया कि राजनीति में धनबली ही चुनाव के मैदान में रह जाएंगे। धीरे-धीरे सभी पार्टियों में ईमानदार और कर्मठ समर्पित लोगों के लिए टिकट पाना मुश्किल हो जाएगा।