पॉलिटिकल डेस्क।
पांच चरणों का चुनाव मतदान हो चुका है। आने वाले दो चरणों में बाकी 118 सीटों पर मतदान होना है, जिसके लिए राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की ताबड़तोड़ रैलियां जारी है, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस, महागठबंधन, सपा-बसपा गठबंधन समेत हर छोटे बड़े दल जनसभाओं और जनसंपर्क कार्यक्रम में लगे हैं।
इसी बीच आज़मगढ़-समाजवादी पार्टी ने बीजेपी और प्रशासन पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की आज़मगढ़ में होने वाली जनसभाओं को रद्द कराने का आरोप लगाया।
आज़मगढ़ प्रशासन पर सत्ता के दबाव का आरोप लगाते हुए पार्टी के जिला अध्यक्ष ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। जिसमें आरोप लगाया गया है कि अखिलेश यादव की शुक्रवार यानी कि 10 मई को आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र में होने वाली जनसभाओं को निरस्त कर दिया गया है।
पार्टी जिलाध्यक्ष के मुताबिक, निर्वाचन से जुड़ी संस्थाओं और जिला प्रशासन ने सत्ता के दवाब में चुनाव प्रचार के आखिरी दो दिन शेष रहते चुनाव मद में खर्च की पूर्व निर्धारित दरों को संशोधित कर दिया।
इसमें यह भी लिखा गया है कि जिल प्रशासन तकनीकी दृष्टि से इस चुनाव को रद्द कराने का बहाना ढूंढ रहा है।
बता दें कि कि आजमगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का मुकाबला भाजपा के दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ से है। इस सीट पर 12 मई को मतदान होगा।