स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार (सीएबी) के सचिव आदित्य वर्मा लगातार बिहार क्रिकेट में चल रही गड़बडिय़ों को लेकर अपनी आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने बिहार क्रिकट एसोसिएशन (बीसीए) को तत्काल प्रभाव हटाने की मांग कर डाली है। बिहार में क्रिकेट को लेकर रार थमने का नाम नहीं ले रही है। दरअसल यहां पर क्रिकेट के नाम पर दूसरा खेला खेला जा रहा है। बीसीए में भ्रष्टाचार क्रिकेट को दीमक की तरह खा रहा है। चयन के नाम पर गोरखधंधा तो कभी महिला खिलाडिय़ों के साथ भेदभाव के किस्से लंबे अर्से से यहां की पहचान बन चुके है। बीसीसीआई ने इस पूरे खेल में चुप्पी साध रखी है। उधर इस पूरे मामले में कोर्ट भी सख्त नजर आ रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को इस पर पूरी बात विस्तारपूर्वक सुन ली है और इसके लिए अगली सुनवाई दो मई रखी है। पटना हाई कोर्ट के अधिवक्ता जगन्नाथ सिंह ने सुप्रीम कोर्ट के सामने वर्तमान बिहार क्रिकेट एसोसियेसन के पदाधिकारीयों के अयोग्यता तथा इनके खिलाफ पटना के गॉधी मैदान थाना मे दर्ज एफआईआऱ पर सुनवाई के लिए मेनसन किया।
इस अवसर पर अधिवक्ता चंद्रशेखर वर्मा, वंसत ने कोर्ट में जगन्नाथ सिंह के साथ मौजूद थे। इस बात की जानकारी सीएबी के सचिव आदित्य वर्मा ने मीडिया को दिया। बिहार के पूर्व रणजी खिलाड़ी एवं कप्तान सुनील कुमार भी सुप्रीम कोर्ट में थे।बता दें कि अभी हाल में एक चैनल में बिहार क्रिकेट में चल रहे हैं गोरखधंधे पर ऑपरेशन क्लीन बोल्ड चलाया था। इसके बाद से बिहार में क्रिकेट को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। बिहार क्रिकेट को बचाने के लिए कई सालों से लड़ाई लड़ रहे आदित्य वर्मा ने बीसीए को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में बीसीसीआई ने अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया है।
आदित्य वर्मा ने कहा कि बिहार में क्रिकेट को लेकर गंदा खेल खेला जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि हाल में महिला खिलाडिय़ाों ने टीम में चयन के लिए रिश्वत के साथ- साथ अन्य यौन शोषण के आरोप एसोसिएशन पर लगाया था।
इस मामले में भी अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा कि सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि बीसीसीआई बिहार क्रिकेट को लेकर चल रहे हैं इस गंदे खेल के बारे में जानता है लेकिन वह अब तक चुप- चाप तमाशा देख रहा है। ऐसे में सबा करीम पटना आ कर बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अयोग्य साबित हो चुके पदाधिकारीयों से मिल कर एक गलत संदेश देना चाहते हैं। उन्होंने सबा करीम के इस दौरे का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में वह सबा करीम को लेकर अपनी बात रखेंगे।