जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। बिहार में क्रिकेट को दोबारा पटरी लाने की कवायत में जुटे सीएबी के सचिव आदित्य वर्मा ने पिछले दिनों बीसीसीआई के सचिव जय शाह से मुलाकात की है और उनसे मिलकर बिहार क्रिकेट को फिर से शीर्ष पर पहुंचाने के लिए लम्बी बातचीत की है।
इस बैठक में सचिव जय शाह, सह सचिव जैश जारज, कोषाध्यक्ष अरुण ठाकुर भी मौजूद थे। इस दौरान बिहार क्रिकेट को लेकर लम्बी बातचीत हुई है। पटना से सीएबी के सचिव आदित्य वर्मा ने जुबिली पोस्ट को बताया है कि उन्हें बिहार को लेकर बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने बुलाया था और उनसे मिलकर बिहार क्रिकेट को फिर से पटरी पर लाने के लिए लम्बी बातचीत हुई।
उन्होंने बताया कि बातचीत काफी अच्छी रही है और उम्मीद है फिर से बिहार क्रिकेट शीर्ष पर पहुंचेंगा। आदित्य वर्मा ने बताया कि उन्होंने बीसीसीआई को बिहार क्रिकेट के विकास के लिए एक वलू प्रिंट दिया है।
उन्होंने कहा कि इस दौरान उन्होंने कुछ ठोस योजना को लेकर बीसीसीआई से चर्चा की है। उन्होंने कहा कि बिहार क्रिकेट मे अच्छे मैदानों अच्छी विकेट, राज्य के जूनियर तथा सीनियर पुरुष एवं महिला क्रिकेटरो के लिए उचित प्रशिक्षण की योजना बीसीए के अंदर चल रहे विवाद के कारण दो साल से खिलाडिय़ों के टीए डीए मैच फ्री का भुगतान करने को लेकर बीसीसीआई को कोई कड़ा कदम उठाये।
आदित्य वर्मा ने कहा कि जय शाह ने उन्हें भरोसा जताया है और कहा है कि बिहार क्रिकेट के विकास के लिए बीसीसीआई ठोस योजना बनाने की तैयारी में है।
उन्होंने बताया कि जय शाह ने कहा है कि बीसीसीआई प्रतिनिधि मंडल बना कर पटना का भी दौरा कर सकते हैं।
जय शाह ने कहा कि बीसीसीआई के पदाधिकारी गण बिहार क्रिकेट के अंदर चल रहे घटनाक्रम के पल पल से वाकिफ है क्योकि बिहार क्रिकेट मे चल रहे विवाद के ऊपर रोजाना थोक के साथ मेल आते है।
आदित्या वर्मा ने कहा कि जय शाह ने बातचीत के दौरान कहा था कि अफसोस लगता है कि जब हम मदद करने के लिए तैयार बैठे है फिर क्यो क्रिकेटरो के हित को छोड़कर बीसीए के पदाधिकारी केवल कुर्सी के लिए आपस मे लड़ते रहते है।
यह सभी जानते है कि संस्था चलती रहती है अधिकारी आते जाते रहते हैं। एक बात मे क्लियर कर दे रहा हूं कि मेरे रहते बीसीसीआई के नियम कानून के दायरे से बाहर जा कर कोई भी कुछ गलत करेगा। मै उसे छोड़ नहीं सकता हूं। बीसीसीआई के मान सम्मान के साथ खिलवाड़ करने की इजाजत किसी को नही दी जा सकती है।