स्पोर्ट्स डेस्क
पटना। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव आदित्य वर्मा लगातार बिहार में क्रिकेट को बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने बिहारी क्रिकेट के हक के लिए बीसीसीआई से भी गुहार लगायी है। इतना ही नहीं बिहार क्रिकेट को लेकर टीवी पर हुए स्टिंग ऑपरेशन को लेकर भी आदित्य वर्मा ने आवाज उठायी है। इसी मामले में शुक्रवार को दिल्ली में न्याय मित्र से मिल कर बिहार मे एडहॉक कमेटी बनाने के लिए कहा है। इसके आलावा हाल में मीटू प्रकरण को लेकर भी उन्होंने राहुल जौहरी के खिलाफ दोबारा जांच की गुहार लगायी है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश से नियुक्त पीएस नर सिम्हा से मिलकर अपनी बात रखते हुए कहा है कि बिहार में क्रिकेट के नाम पर गोरखधंधा चल रहा है। उन्होंने पीएस नर सिम्हा से गुजारिश की है कि बिहार क्रिकेट को भ्रष्टाचार से मुक्त कराया जाये ताकि खिलाडिय़ों को उनका हक मिल सके। उन्होंने इस मौके पर बिहार में क्रिकेट को लेकर चल रहे दूसरे खेल को लेकर अपनी आवाज बुलंद की है। उन्होंने एसोसिएशन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि बिहार की क्रिकेट टीम में खेलने को लेकर खूब भ्रष्टाचार हो रहा है।
उन्होंने कहा कि महिला – पुरुष खिलाडिय़ों को जूनियर स्तर से लेकर सीनियर लेवल पर खिलाने के लिए खुलेआम पैसा लिये जा रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि ये सब बंद होना चाहिए नहीं तो बिहार क्रिकेट का बेड़ा गर्क हो जायेगा। उनके अनुसार खेल के नाम पर कुछ जाली प्रमाण पत्र बनावा टीम में लोगों को शामिल किया जा रहा हैं। इसके लिए उन्होंने कई बार बीसीसीआई से गुहार लगायी है लेकिन अब तक इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है, जिससे वे आहत हो चुके है।
उन्होंने ऑपरेशन क्लीन बोल्ड का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार क्रिकेट संघ के चयनकर्ता तथा संयोजक पैसा की डिमांड करते हुए पकड़े गए थे। उन्होंने बीसीसीआई में क्रिकेट प्रशासन से संबंधित विवाद सुलझाने के लिये वरिष्ठ अधिवक्ता पीएस नरसिम्हा से मिलकर पटना के गॉधी मैदान थाना में दर्ज एफआईआर तथा सीडी की कॉपी भी सौंपी है। उन्होंने बिहार क्रिकेट संघ पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा है कि सही तरीके से संघ का चुनाव नहीं हो सका है जबकि वर्तमान पदाधिकारी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अयोग्य करार हो चुके हैं।