न्यूज़ डेस्क
राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित डीएसपी दविंदर सिंह को आतंकवादियों के साथ देने के आरोप में गिरफ़्तार कर लिया गया है। इसके बाद से राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस नेताओं ने टि्वटर पर अपने पोस्ट डालकर सीधा केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है।
साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर भी निशाना साधा। इस मामले में अधीर रंजन चौधरी ने जो बयान दिया हैं, उसके बाद वो विवादों में आ गये हैं। उनके इस बयान पर बीजेपी ने भी कांग्रेस से जवाब मांगा हैं।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने दविंदर सिंह को लेकर तीन ट्वीट किए। उन्होंने अपने पहले ट्वीट में लिखा कि ‘कुलगाम में हिजुबल आतंकियों के साथ गिरफ्तार हुए पुलिस अधिकारी का नाम इत्तेफाक से दविंदर सिंह है। अगर दविंदर खान होता, तो विवाद बढ़ता। आरएसएस वाले इस मामले को जोर-शोर से उठाते। हमारे देश के दुश्मनों के साथ रंग, धर्म, संप्रदाय से उठकर बर्ताव किया जाना चाहिए।’
अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि ‘घाटी में जो मामला सामने आया है, वो हमारे लिए बड़ी चिंता की बात है। ऐसी चीजों को बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
अंत में उन्होंने लिखा कि ‘अब सवाल ये है कि पुलवामा जैसी आतंकी घटनाओं के पीछे असली दोषी कौन थे? इस पर भी नए सिरे से विचार करने की जरूरत है।’
उनके इस बयान पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी ने अधीर रंजन चौधरी को पाकिस्तान का बेस्ट फ्रेंड बताया है और कहा कि, ‘ऐसे नेताओं से देशवासी और क्या उम्मीद कर सकते हैं। पाकिस्तान अब शाम तक कांग्रेस को लुब यू कांग्रेस बोलेगा। कांग्रेस ये बताए कि कौन सेनाओं को सांप्रदायिक रूप दे रहा है?
किसने पाकिस्तानी आतंकियों को कई मौकों पर क्लीन चिट दी? कौन ‘हिंदू आतंकवाद’ शब्द लाया? डियर अधीर रंजन चौधरी। सांप्रदायिकता फैलाना बंद करिए और काम करिए।’उन्होंने राहुल गाँधी से पूंछा कि, पाकिस्तान के सहयोगी की तरह काम क्यों कर रहे हैं राहुल गांधी।
क्यों चर्चा में हैं डीएसपी
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शनिवार को कुलगाम में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों के साथ डीएसपी दविंदर सिंह को गिरफ्तार किया है। उनपर आरोप है कि उन्होंने आतंकियों को सुरक्षित घाटी से बाहर पहुंचाने के लिए डील की थी। उन्होंने आतंकियों को अपने घर में पनाह दे रखी थी। हालांकि पुलिस और इंटेलिजेंस एजेंसी उनसे पूछताछ कर रही हैं।