जुबिली न्यूज डेस्क
देश में मोदी सरकार के तीन कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन चल रहा है। इस दौरान एक बात बार-बार कही जा रही है कि ये तीनों कानून उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार लाई है। किसानों के निशाने पर अडानी और अंबानी हैं।
साल 2020 सरकार के लिए, किसानों के लिए और आम जनता के लिए भले ही अच्छा न रहा हो लेकिन अंबानी और अडानी के लिए यह साल काफी अच्छा रहा है।
कोरोना काल में डानी की संपत्ति मुकेश अंबानी से भी ज्यादा बढ़ी है। वहीं, अडानी समूह ने कई ऐसे डील किए हैं जिसके जरिए भविष्य में ग्रोथ की बहुत ज्यादा संभावना है। इनमें सबसे बड़ी डील सोलर पावर है। ये डील 6 अरब डॉलर की है।
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इस डील के बाद से अडाणी ग्रीन एनर्जी के शेयरों की कीमत 6 गुना से ज्यादा हो चुकी है। इससे अडाणी ग्रीन एनर्जी को ग्रीन एनर्जी सेक्टर की दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बनने में मदद मिलेगी।
ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबिक इस साल गौतम अडानी की संपत्ति में इस साल करीब 21 बिलियन डॉलर का इजाफा हुआ है। वर्तमान में अडानी दुनिया के 39वें दौलतमंद शख्स हैं। वहीं, भारत में दूसरे स्थान पर हैं।
मालूम हो कि अप्रैल-जून तिमाही के दौरान अडाणी ग्रीन एनर्जी ने दुनिया की सबसे बड़ी 8GW सोलर बिड जीती थी। इसके साथ ही कंपनी 2025 तक 25GW रिन्यूएबल कैपेसिटी की क्षमता के लक्ष्य की तरफ भी बढ़ रही है।
इस डील का फायदा कंपनी के शेयर और गौतम अडानी के नेटवर्थ को भी मिला है।
एक साल के भीतर अडानी ग्रीन के शेयर मे जबरदस्त इजाफा हुआ है। 1 जनवरी 2020 को अडानी ग्रीन का शेयर भाव 175 रुपये के स्तर पर था तो वहीं अब शेयर 1200 रुपये के स्तर पर पहुंच गया है।
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इसी के साथ कंपनी के मार्केट कैपिटल का भी 1 लाख 50 हजार करोड़ रुपये को पार कर लिया है। अडानी ग्रुप की गैस के अलावा माइनिंग और पोर्ट्स समेत ज्यादातर कंपनियों के शेयरों की कीमत आज आसमान छू रही हैं।