जुबिली स्पेशल डेस्क
गोल्ड स्मगलिंग मामले में अभिनेत्री रान्या राव की मुश्किलें और बढ़ गईं जब कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी। यह तीसरी बार है जब उनकी जमानत याचिका को अदालत ने अस्वीकार किया है।
12.56 करोड़ रुपये के गोल्ड स्मगलिंग मामले में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था, और तब से वे जेल में बंद हैं। बाहर आने के लिए वह लगातार जमानत की अर्जी दे रही हैं, लेकिन अब तक कोर्ट से उन्हें कोई राहत नहीं मिली है।
इससे पहले, 14 मार्च को विशेष आर्थिक अपराध अदालत ने भी उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी। इसके अलावा, मजिस्ट्रेट कोर्ट में भी उनकी जमानत याचिका पहले ही अस्वीकार की जा चुकी है।
रान्या पर आरोप है कि उसने दुबई से सोने की छड़ें तस्करी करके भारत लाईं, जिनकी कुल कीमत 12.56 करोड़ रुपए थी। जांच में यह भी सामने आया कि रान्या ने पिछले एक साल में 30 बार दुबई का दौरा किया था।
रान्या राव दुबई से सोना तस्करी करने वाले एक गिरोह का हिस्सा थी, और वह हर किलो सोना लाने के लिए 1 लाख रुपये कमाती थी। प्रति यात्रा, उसे 12 लाख रुपये मिलते थे। रान्या को हाल ही में 14.2 किलो सोने के साथ पकड़ा गया, जिसके बदले में उसे 12 लाख रुपये मिलने थे। इस पैसे के लालच में रान्या ने अपने कृत्य से अपनी प्रतिष्ठा को खतरे में डाल दिया।
डीआरआई (DRI) ने रान्या राव के बेंगलुरु स्थित घर पर छापेमारी की, जहां से 2.06 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण और 2.67 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए। रान्या के पिता, डीजीपी रामचंद्र राव ने इस मामले से खुद को अलग करते हुए कहा कि रान्या अपने पति के साथ अलग रहती है और वह उसके कृत्यों के बारे में नहीं जानते।
रान्या राव सोना तस्करी मामले में 5 महत्वपूर्ण बातें
रान्या राव ने अब तक तीन फिल्मों में अभिनय किया है। पिछले एक साल में वह 30 बार दुबई गईं, और अधिकारियों को शक है कि वह हर बार बड़ी मात्रा में सोना लेकर लौटती थीं।
रान्या राव को दुबई से एक किलो सोना तस्करी करके लाने के लिए 1 लाख रुपये दिए जाते थे। इस तरह, हर बार सोने की तस्करी करने पर उन्हें 12 लाख रुपये मिलते थे।
शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि रान्या राव ने एयरपोर्ट की सुरक्षा को धोखा देने के लिए सोने को छिपाने के लिए विशेष प्रकार की मॉडिफाइड जैकेट और कमर बेल्ट का उपयोग किया था।
पिछले कुछ समय में रान्या राव के कई बार दुबई जाने के बाद DRI (डीआरआई) अधिकारियों को शक हुआ, जिसके बाद उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जाने लगी। एक पुलिस कांस्टेबल ने उन्हें सुरक्षा जांच से बचने में मदद की थी।
अधिकारियों का मानना है कि रान्या राव एक बड़े तस्करी नेटवर्क से जुड़ी हुई हैं, जिसमें कुछ राजनीतिक हस्तियां, व्यवसायी और पुलिस अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं।