जुबिली न्यूज डेस्क
अयोध्या राम मंदिर में प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पूजा-अर्चना और अनुष्ठान किए जा रहे हैं. इस बीच रामलला की एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें प्रभु के नेत्र खुले हुए दिखाई दे रहे हैं. जिस पर राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने नाराजगी जताई है और कहा कि ऐसा स्वरूप मिल नहीं सकता अगर ऐसा हुआ है तो उसकी जांच होगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा तक भगवान के नेत्र नहीं खुलेंगे.
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि जहां नई मूर्ति है वहीं प्राण प्रतिष्ठा के नियम हो रहे हैं. अभी उसे खोला नहीं गया है. शरीर को कपड़े से ढक दिया गया है. भगवान रामलला की जो तस्वीर वायरल हो रही है सब झूठा है. जब मूर्ति तैयार हो जाती है. जिस मूर्ति का निर्णय हो जाता है कि इसे वहां ले जाना है तो उसके नेत्र बंद कर दिए जाते हैं. उसके स्थापित कर दिया जाता है. ये काम है वहीं होता है. जो आँख खुली हुई मूर्ति दिखाई गई है वो सही नहीं है.
कैसे ये मूर्ति वायरल हो गई, उसकी जांच होगी
आचार्य ने कहा, मूर्ति का ऐसा स्वरूप मिल नहीं सकता है, अगर मिल गया है तो उसकी जांच होगी. ऐसे किसने खोल दिया और किसने ये किया, कैसे ये मूर्ति वायरल हो गई, उसकी जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा तक पूरा श्रंगार होगा लेकिन, नेत्र नहीं खुलेंगे. इस समय मंत्रों के द्वारा और कर्मकांड को लेकर हो रहे हैं. इस बीच रामलला के शरीर के अन्य हिस्से खोल सकते हैं लेकिन नेत्र नहीं खुलेंगे. क्योंकि शरीर के अन्य हिस्सों में जो पुष्पाधिवास, जलाधिवास देना होता है. बाकी जो भी प्राण प्रक्रिया है वो किया जाएगा.
अतिथियों का अयोध्या पहुँचना शुरू हो गया
आपको बता दें कि आज प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान का पांचवां दिन हैं, आज से प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अतिथियों का अयोध्या पहुँचना शुरू हो गया है. अब से अयोध्या में सिर्फ़ उन्हीं लोगों को एंट्री मिलेगी, जिनके पास रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण होगा. स्थानीय लोगों को पास जारी किए गए हैं, ताकि उनके आवागमन में कोई बाधा न हो. बाहरी लोगों के अयोध्या में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है. समारोह को देखते हुए राम मंदिर को फूलों से सजाया जा रहा है.