न्यूज डेस्क
2015 में दादरी में हुई अखलाक हत्याकांड का एक आरोपी रविवार को पकड़ा गया। यह आरोपी लूटपाट और गाजियाबाद में चुरायी हुई सम्पत्ति बेइमानी से हासिल करने के कम से कम चार मामलों में वांछित था।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) रणविजय सिंह ने सोमवार को बताया कि रविवार की रात को थाना जारचा की पुलिस को समाना नहर के पास एक बदमाश के लूटपाट के इरादे से मौजूद होने की सूचना मिली थी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने घेराबंदी की लेकिन लुटेरे ने गोलीबारी शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में हरिओम नामक लुटेरा घायल हो गया। उपचार के लिए उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हरिओम अखलाक हत्याकांड मामले में अन्य आरोपियों के साथ जमानत पर था।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हरिओम मोहम्मद अखलाक हत्याकांड के 18 आरोपियों में से एक है। उसके पास से पुलिस ने एक मोटरसाइकिल, एक तमंचा तथा कारतूस बरामद किया है। वह बिसाहड़ा गांव का निवासी है। हरिओम के विरूद्ध जारचा थाने में हथियार कानून और आईपीसी की धारा 307 (हत्या के प्रयास) के तहत मामला दर्ज है।
यह भी पढ़ें : लखनऊ के इस गांव में दर्ज हुआ सभी पर केस, वजह कर सकती है हैरान
मालूम हो कि सिंतबर, 2015 में अखलाक को घर में बीफ रखने के संदेह में पीट-पीटकर मार डाला गया था। फिलहाल इस मामले के सभी आरोपी जमानत पर हैं। इन आरोपियों में से कुछ ने इस साल मार्च में लोकसभा चुनाव से पहले बिसाहड़ा गांव में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था।
मई 2018 में 18 आरोपियों में से जमानत पर बाहर आए दो आरोपी गौरव और विवेक ने अखलाक के परिवार से संपर्क कर मामला वापस लेने को कहा था और न लेने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी, तब अखलाक के भाई जान मोहम्मद ने आरोपियों से कहा था कि मामले का फैसला अदालत तय करेगा।
इस मामले में गौतमबुद्ध नगर के पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा ने कहा था कि वो इस मामले की जांच करेंगे और जरूरी कार्रवाई करेंगे, ताकि निष्पक्ष जांच हो सके।
यह भी पढ़ें : ‘बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के पुरस्कार पर मोदी पुनर्विचार करें’
यह भी पढ़ें : यूपी की कानून व्यवस्था का हाल जानकर चौंक जाएंगे आप