जुबिली न्यूज डेस्क
भारतीय मूल के अभय सिंह ने रूल में भारी मतो से विधानसभा चुनाव जीतकर अपना परचम लहराया है। पेशे से डॉक्टर अभय कुमार सिंह ने ऐतिहासिक शहर कुर्स्क की विधानसभा सीट से 70 फीसदी से ज्यादा वोट पाकर जीत हासिल की। रूस में अपनी काबिलियत और मेहनत के बूते पहचान बनाने वाले अभय कुमार बीते 3 दशकों से रूस में रह रहे हैं। वह पटना के रहने वाले हैं उन्होंने यूनाइटेड रशिया पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ा और कुर्स्क क्षेत्र में रिकॉर्ड 70 प्रतिशत वोट प्राप्त किए, जोकि एक रिकॉर्ड है।
कुर्स्क सीट से ही अभय कुमार सिंह ने पहली बार 2017 में विधानसभा चुनाव जीता था। इस बार उनके नाम पर कुछ स्थानीय लोगों और संस्थाओं को आपत्ति थी क्योंकि वह भारतीय मूल के हैं और बाहरी हैं। फिर भी अंत में उनके समर्थन में लोगों ने वोट दिए और बड़ी जीत दिलाई। अभय कुमार सिंह को 2010 में रूस की नागरिकता मिली थी। रूस में व्लादिमीर पुतिन की पार्टी बीते करीब 22 सालों से सत्ता में है। अभय कुमार सिंह को व्लादिमीर पुतिन के कट्टर समर्थकों में गिना जाता है। यूक्रेन पर हमले को लेकर भी उन्होंने व्लादिमीर पुतिन का ही बचाव किया था। अब भारी मतो से चुनाव जीतकर अपना परचम लहराया है।
पुतिन का किया था बचाव
अभय कुमार सिंह ने कहा था कि अमेरिका समेत पश्चिमी देश यूक्रेन को नाटो का हिस्सा बनाकर रूस को घेरना चाहते हैं। ऐसे में रूस के लिए अपनी रक्षा करने के लिए ऐक्शन लेना जरूरी हो गया था। बता दें कि अभय कुमार सिंह जिस कुर्स्क शहर से विधायक हैं, उसका रूस ही नहीं बल्कि विश्व इतिहास में भी अहम स्थान है। इसी शहर में 1943 में हिटलर की सेनाओं को हार का सामना करना पड़ा था। अभय कुमार सिंह ने पटना के लोयोला हाई स्कूल से पढ़ाई की थी। इसके बाद वह कुर्स्क चले गए थे। यहां उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई की थी और पटना भी लौटे थे।
ये भी पढ़ें-इलेक्ट्रिक स्कूटर शोरूम में भीषण आग, 8 लोगों की मौत, 5 घायल
फार्मास्युटिकल का बिजनेस शुरू किया
अभय़ कुमार सिंह ने पटना में रजिस्टर्ड डॉक्टर के तौर पर प्रैक्टिस शुरू कर दी थी, लेकिन उनका मन रमा नहीं। इसके बाद वह एक बार फिर से कुर्स्क शहर चले गए और वहां फार्मास्युटिकल का बिजनेस शुरू किया। इसके बाद अभय कुमार सिंह ने रियल एस्टेट सेक्टर में भी अपना काम शुरू किया था।
ये भी पढ़ें-SI भर्ती घोटाले में CBI की कार्रवाई तेज,देश के 33 जगहों पर मारे छापे