न्यूज़ डेस्क
नोएडा। यूपी के ग्रेटर नोएडा पुलिस ने बीते दो नवंबर को एवीजे हाइट्स सोसायटी में हत्या कर शव को 18वीं मंजिल से फेंकने के मामले का खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पत्नी की गैर मौजूदगी में आरोपी ने महिला को अपने फ्लैट पर बुलाया था।
जिसके बाद आपस में विवाद होने और मृतका द्वारा अवैध संबंधों के खुलासे की धमकी के डर से आरोपी ने महिला की हत्या कर शव को फेंक कर आत्महत्या का रंग देने की कोशिश की थी। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त बेलन और खून से सने कपड़े भी बरामद किए हैं।
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जानकारी के मुताबिक पुलिस की गिरफ्त में खड़े मुमताज को पुलिस ने बिहार के सुपौल स्थित पैत्रिक गांव छातापुर से गिरफ्तार किया है। जहां वह अपने महिला मित्र गरिमा देवी गौतम की हत्या करने के बाद छुप कर रह रहा था।
एसपी ग्रेटर नोएडा ने बताया कि आरोपी मुमताज एवीजे हाइट्स सोसायटी की 18वीं मंजिल के फ्लैट नंबर 1804 में रहता है। उसकी पत्नी काफी दिनों से अपने मायके में रह रही है। उसकी गैर मौजूदगी में मुमताज ने उसने अपने फोन से कॉल कर अपनी महिला मित्र गरिमा देवी गौतम को अपने फ्लैट पर बुलाया था।
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मुमताज और गरिमा दोनों वैशाली में एक साथ काम करते थे, वहीं पर दोनों की दोस्ती हुई थी। वह आपसी सहमति से उसके फ्लैट पर आई थी। उसी दौरान किसी बात पर दोनों के बीच विवाद हो गया। विवाद के कारण मुमताज इस बात को लेकर डर गया कि कहीं गरिमा दोनों के बीच अवैध संबंधों का खुलासा न कर दे।
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एसपी ग्रेटर नोएडा ने बताया कि आरोपी मुमताज ने पूछताछ में बताया कि उसने कमरे में रखे बेलन से गरिमा के सिर में जोर से मार दिया। उससे उसका सिर फट गया। वह कमरे में ही बेड के पास गिरकर बेहोश हो गई। इससे डरकर मुमताज फ्लैट बन्द करके सोसाइटी के नीचे प्रेस (धोबी) के पास बैठ गया।
महिला के सिर से लगातार खून बहने के कारण उसकी मौत हो गई। घटना के कुछ घंटे बाद शाम को करीब 6.30 बजे मुमताज ने गरिमा के शव को बेड के अन्दर रख दिया और सामने रहने वाले अपने भाई के फ्लैट में चला गया। अगले दिन सुबह 4.00 बजे मुमताज ने शव को बेड से निकाला और 18वीं मंजिल से नीचे फेंक दिया।
उन्होंने बताया कि उसके बाद वह फिर अपने भाई के फ्लैट पर ही रहा। सिक्योरिटी गार्ड के शोर मचाने के दौरान ही वह वहां से निकल गया। पुलिस से बचने के लिए आरोपी गाजियाबाद, गुड़गांव में भटकता रहा। फिर अपने पैत्रिक गांव बिहार के सुपौल चला गया। आखिर पुलिस ने सूचना के आधार पर उसे उसके गांव छातापुर से गिरफ्तार कर लिया।