जुबिली स्पेशल डेस्क
आम आदमी पार्टी के हाथ से सत्ता निकल गई है और 27 साल का वनवास काट रही है बीजेपी अब फिर से सत्ता की कुर्सी पर बैठने की तैयार में है। केजरीवाल ने सोचा नहीं होगा कि उनको जनता इस तरह से सत्ता से बेदखल करेगी।
केजरीवाल के वादे-दावे सब एक झटके में खत्म होते हुए नजर आ रहे हैं। चुनाव में वादे करना आम बात है लेकिन झूठे वादे और दावे करना अक्सर जनता नकार देती है। इस बार के चुनाव में ये साफ देखने को मिल रहा है।
सत्ता में रहने वाली आम आदमी पार्टी इस चुनाव में सिर्फ 22 सीटों पर सिमट गई है। हार के बाद विधायकों की बैठक हुई। ये बैठक सिर्फ 15 मिनट तक चली।
केजरीवाल के घर में आयोजित बैठक 4 बजे शुरू हुई और 4.15 मिनट पर खत्म हो गई। केवल 15 मिनट बैठक में ज्यादा चर्चा हुई है या नहीं इसके बारे में फिलहाल कोई ठोस जानकारी नहीं है लेकिन पूर्व सीएम आतिशी मार्लेना ने कहा कि आप मुखिया अरविंद केजरीवाल ने नवनिर्वाचित 22 विधायकों की मीटिंग ली। केजरीवाल ने विधायकों को दिशा निर्देश दिए कि जनता के सभी काम करने हैं।
आतिशी ने कहा कि हमारी जिम्मेदारी है विपक्ष की सकारात्मक भूमिका निभाना और सरकार की जवाबदेही तय कराना. आप इस पर जवाबदेही तय करेगी। क्योंकि उन्होंने कहा था कि पहली मींटिग में महिलाओं को पैसे देंगे. हम इस पर भी ध्यान रखेंगे कि आप द्वारा चलाई गई जनहित योजनाओं में कोई दिक्कत ना हो और वो जारी रहें।
आतिशी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष पर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है। हार पर मंथन चल रहा है, हम जनादेश को स्वीकार करते हैं.
आतिशी ने कहा कि जितनी गुंडागर्दी से ये चुनाव लड़ा गया है, ऐसा कभी नहीं हुआ. इसमें प्रशासन की भागीदारी रही. आतिशी ने कहा कि भाजपा ने जो वादों किए हैं, उन्हें आम आदमी पार्टी पूरे कराएगी।
आतिशी ने कहा कि अभी विश्लेषण चल रहा है कि AAP क्यों हारी, लेकिन ये दिल्ली की जनता का जनादेश है, हम जनादेश का सम्मान करते हैं।