पॉलिटिकल डेस्क
आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने के लिए कमर कस ली है। पार्टी द्वारा रविवार को लोकसभा 2019 चुनाव के लिए यूपी से उम्मीदवारों पहली लिस्ट जारी कर दी गई है। आप द्वारा जारी इस लिस्ट में सूबे के तीन लोकसभा क्षेत्रों से उम्मीदवारों का ऐलान किया गया है। सहारनपुर से योगेश दहिया, गौतमबुध नगर से प्रोफ़ेसर श्वेता शर्मा और अलीगढ़ से सतीश चंद शर्मा आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार होंगे।
यूपी की चुनिंदा सीटों पर ही चुनाव लड़ेगी आप
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सभाजीत सिंह ने बताया कि आम आदमी पार्टी प्रदेश में चुनिंदा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार जनता से किए गए वादों को निभाने में नाकाम रही है। रोजगार से लेकर किसानों के मुद्दे तक सबमें बीजेपी सरकार फेल रही है।
जनता इस बार नफरत और जुमलेबाजी के खिलाफ जनादेश देगी।
प्रदेश प्रवक्ता वैभव महेश्वरी ने बताया कि लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों के चयन को लेकर सांसद संजय सिंह जनपदों के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की है। आम आदमी पार्टी प्रदेश में मजबूत संगठन वाले जिलों में अपने उम्मीदवार उतारेगी।
क्या होगा असर
राजनीतिक पंडितों ने आम आदमी पार्टी द्वारा यूपी में उम्मीदवारों के उतारे जाने से चुनावी गणित में कौन प्लस पर होगा और कौन माइनस पर इसका आकलन लगाना शुरू कर दिया है।
आप ने अभी सिर्फ तीन सीटों पर ही उम्मीदवार उतारे हैं, पार्टी के प्रवक्ता ने यह भी साफ़ तौर पर कह दिया है कि वो सभी सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेंगे बल्कि कुछ चुनिंदा सीटों पर ही चुनाव लड़ेंगे। इस सबके बावजूद अगर आम आदमी पार्टी यूपी में चुनाव लडती है तो इसका सीधा लाभ बीजेपी को होता दिखाई देता है।
आप का प्रभाव यूपी में तो कुछ खास नहीं है लेकिन दिल्ली से सटे जिलों में पार्टी को ठीक-ठाक समर्थन मिल सकता है। आप के उम्मीदवार जिन वोटर्स को अपनी ओर खींचेगे जाहिर सी बात है उनमें ज्यादातर मतदाता सपा-बसपा गठबंधन को समर्थन करने वाले या कांग्रेस को समर्थन करने वाले ही होंगे।