न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश पुलिस के लिए चुनौती बने साढ़े सात लाख रुपये के कुख्यात इनामी डकैत बबली कोल गैंग की दहशत कम होने का नाम नहीं ले रही है। चित्रकूट जिले के मानिकपुर थाना क्षेत्र के निही गांव से 15 अगस्त की रात अपहृत किये गए खोवा व्यापारी की रिहाई के लिए डकैत बबली कोल गैंग ने परिजनों से 50 लाख की फिरौती मांगी है।
घटना के बाद से पूरे पाठा क्षेत्र में दहशत का माहौल है। करीब 60 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस अपहृत खोवा व्यापारी का कोई सुराग तक नहीं लगा सकी है।
शास्त्री नगर मानिकपुर निवासी भोला प्रसाद पाण्डेय ने बताया कि उनके भाई ब्रजमोहन प्रसाद पाण्डेय का अपहरण दुर्दांत डकैत बबुली कोल व गैंग के हार्डकोर मेम्बर लवलेश कोल ने 15 अगस्त की रात करीब 9 बजे कर लिया है। डकैत अपने साथ उनके भाई और उसकी पत्नी का मोबाइल भी साथ ले गये और जाते समय घर का दरवाजा बाहर से बन्द कर दिया।
डकैतों की धमकी से भयभीत अपहृत व्यापारी की पत्नी डर के चलते किसी को मदद के लिए आवाज तक नहीं लगा सकी। दूसरे दिन सुबह जब उसने छत पर चढ़कर आवाज लगाई तो किसी ने दरवाजा खोला। अपहृत के भाई भोला प्रसाद पाण्डेय ने बताया कि डकैतों ने 16 अगस्त की सुबह करीब 7 बजे उनके दूसरे भाई भरत प्रसाद पाण्डेय के मोबाइल पर फोन करके 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई है।
साथ ही पुलिस को सूचना न देने के लिये भी आगाह किया है। अपहृत के भाई ने 17 अगस्त को थाने में तहरीर दी, तब जाकर पुलिस सक्रिय हुई है। घटना के 60 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है।
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा ने बताया कि कई टीमें बनाकर अपहृत की सकुशल रिहाई के प्रयास किये जा रहे हैं। अपर एसपी बलवन्त चौधरी, सीओ सिटी रजनीश कुमार यादव, कोतवाली प्रभारी अनिल सिंह समेत कई थानों की भारी भरकम फोर्स लगातार पाठा के जंगलों में काम्बिंग कर रही है। पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा का कहना है कि उनका प्रयास है कि पहले पकड़ को सकुशल छुड़ाया जाये।
विंध्य पर्वत श्रंखला के मध्य स्थित चित्रकूट जिले का पाठा क्षेत्र विगत करीब साढ़े चार दशकोें से दुर्दांत डकैतों की शरण स्थली रहा है। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश का सीमावर्ती इलाका होेने की वजह से पाठा के जंगल भौगोलिक दृष्टिकोण से डकैतों के लिए मुफीद रहे हैं।
यूपी के परिक्षेत्र में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के बाद सीमा से लगे मध्य प्रदेश के जंगलों में और मध्य प्रदेश के इलाके में अपराध करने के बाद यूपी के जंगलों में दस्यु गैंग पनाह लेते रहे हैं।
पांच लाख केे कुख्यात इनामी डकैत रहे ददुवा, ठोकिया, रागिया और बलखडिया आदि दुर्दांत डकैतों का खात्मा होने के बाद भी पाठा के बीहड़ों में आज भी दस्यु समस्या जस की तस बनी हुई है।
काम्बिंग और मुठभेड़ के नाम पर प्रतिवर्ष यूपी- एमपी पुलिस करोड़ों रुपये खर्च किये जाने के बाद भी बबली कोल गैंग का सफाया नहीं कर पा रही है। साढ़े सात लाख का कुख्यात इनामी डकैत बबली कोल गैंग अपहरण आदि आपराधिक वारदातों को अंजाम देकर अपने गिरोह की ताकत बढ़ा रहा है।
अभी 15 अगस्त की रात जिले के पाठा क्षेत्र में खोवा व्यापारी का अपहरण करके अब 50 लाख की फिरौती मांगकर दस्यु गैंग ने एक बार फिर पाठा के बीहड़ों में दहशत फैलाकर पुलिस को खुली चुनौती दी है।