प्रो. (डॉ.) अशोक कुमार
आपके GENES (गुणसूत्र) की क्षमता पर निर्भर है कोविद –19 प्रभाव
आनुवंशिकीविदों ने DNA और बीमारी के बीच नए संबंधों की चर्चा शुरू कर दी है। वैज्ञानिकों के अनुसार, Blood Group A वाले व्यक्तियों मे अधिक बीमारी होने की संभावना होती है।
वैज्ञानिकों ने इस बात पर शोध प्रारम्भ कर दिया कि वह कौन से कारण हो सकते हैं जिनके कारण कोरोनोवायरस से संक्रमित कुछ लोग केवल हल्के लक्षणों से पीड़ित होते हैं, जबकि अन्य घातक रूप से बीमार हो जाते हैं ।
आनुवंशिकीविद COVID 19 के रहस्य को जानने के लिए DNA का अध्यन कर रहे हैं। हाल ही मे यूरोपीय वैज्ञानिकों को एक अध्ययन मे आनुवंशिक विविधता और कोविद -19 के बीच एक मजबूत सांख्यिकीय लिंक मिला है ।
शोधकर्ताओं ने 1,610 रोगियों से रक्त के नमूने लिए, जिन्हें ऑक्सीजन की आपूर्ति की आवश्यकता थी या उन्हें वेंटिलेटर पर जाना पड़ा। रक्त के नमूनों से डीएनए निकाला और जीनोटाइपिंग नामक एक तेज़ तकनीक का उपयोग करके इसे स्कैन किया।
शोधकर्ताओं ने प्रत्येक रोगी के जीनोम में सभी तीन अरब आनुवंशिक पत्रों को अनुक्रमित नहीं किया। इसके बजाय, उन्होंने नौ मिलियन अक्षरों को देखा। फिर शोधकर्ताओं ने कोविद -19 के 2,205 रक्त दाताओं पर एक आनुवंशिक सर्वेक्षण किया जिनमे Covid 19 के कोई लक्षण नहीं थे।
वैज्ञानिक जीनोम में spot की तलाश कर रहे थे, जिसे हम Lociकहते हैं । शोधकर्ताओं ने यह देखा कि गंभीर रूप से बीमार रोगियों मे असामान्य रूप से उच्च संख्या में समान वेरिएंट (Common variant ) थे, लेकिन जो व्यक्ति बीमार नहीं थे उनमे इस प्रकार के कोई समान variant नहीं देखे गए।
शोधकर्ताओं ने दो loci (लोसाई) पाये । इनमे से एक जीन(Gene) जो हमारे रक्त प्रकार (Blood Group) को निर्धारित करता है उसकी पहचान कि गई । यह जीन एक प्रोटीन का उत्पादन निर्देशित करता है जो रक्त कोशिकाओं की सतह पर अणुओं को रखता है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि कोविद -19 के साथ मानव Genome में दो स्थानों पर भिन्नता सांस की तकलीफ से संबन्धित है । इन भिन्नता में से एक में वह Gene शामिल है जो रक्त के प्रकार ( Types of Blood Group) निर्धारित करता है।
यह पहली बार नहीं है कि Blood Group A रक्त संभावित जोखिम के रूप में बदल गया है। रोगी के रक्त प्रकारों की जांच करने वाले वैज्ञानिकों ने यह भी पाया कि Blood Group A वाले लोग कोविद -19 के एक गंभीर मामले को विकसित करने की अधिक संभावना रखते हैं ।
रक्त-समूह-विशिष्ट विश्लेषण ने यह निष्कर्ष निकाला किApositive व्यक्तियों के लिए कोरोना वाइरस का प्रभाव उच्च जोखिम होता है(OR = 1.45, 95% CI, 1.20 से 1.75, P = 1.48×10-4) । रक्त समूह Oव्यक्तियों मे कोरोना वाइरस के लिए एक सुरक्षात्मक प्रभाव(OR = 0.65, 95% CI, 0.53 से 0.79, P = 1.06×10-5)होता है ।
नए अध्ययन के अनुसार Blood Group A होने से Corona virus से संक्रमित होने की संभावना 50 प्रतिशत बढ़ जाती है और मरीज को ऑक्सीजन प्राप्त करने या वेंटिलेटर पर जाने की आवश्यकता होगी।
अध्ययन से यह ज्ञात हुआ कि कोरोनावायरस मानव कोशिकाओं की सतह पर ACE2 नामक एक प्रोटीन से जुड़ता है । लेकिन ACE2 में आनुवांशिक वैरिएंट (Genetic Variant) गंभीर कोविद -19 के प्रभाव में फर्क नहीं करता था।
निष्कर्ष बताते हैं कि अपेक्षाकृत अस्पष्ट कारक एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं जो कोविद -19 जीवन चक्र का विकास करता है।
आनुवंशिकीविद् उम्मीद कर रहे हैं कि DNA परीक्षण उन रोगियों की पहचान करने में मदद कर सकता है जिन्हें आक्रामक उपचार की आवश्यकता होगी।
इस अनुसंधान ने Drug Designers को नए लक्ष्य की ओर आकर्षित किया है ।
Reference : The ABO blood group locus and a chromosome 3 gene cluster associate with SARS-CoV-2 respiratory failure in an Italian-Spanish genome-wide association analysis. New York Times 15th June 2020
(लेखक श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय, निम्बाहेड़ा (राजस्थान) के कुलपति हैं और कानपुरविश्वविद्यालय व गोरखपुर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति तथा पूर्व विभागाध्यक्ष, प्राणीशास्त्र विभाग , राजस्थान विश्विद्यालय, जयपुर हैं)