जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार खेलों को लेकर काफी गम्भीर नजर आ रही है। लगातार दूसरी बार सत्ता में लौटी योगी सरकार का अब पूरा फोकस खेलों पर नजर आ रहा है।
जहां एक ओर नई प्रतिभा को आगे लाने के लिए ठोस योजना पर सरकार काम कर रही है तो दूसरी ओर दूसरे कार्यकाल में योगी सरकार की नजर अब गांव से निकलने वाली नई प्रतिभा पर है।
दरअसल सरकार से मिली जानकारी के अनुसार गांवों में खेलों के विकास के लिए अब योगी सरकार ने कमर कस ली है। मीडिया रिपोट्र्स की माने तो योगी सरकार आने वाले समय में गांव से निकलने वाली प्रतिभा को पूरी सुविधा देने के लिए तैयार है।
सरकार से मिली जानकारी के अनुसार पहले चरण में 100 ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया है। ‘खूब-खेलो-खूब बढ़ो’ मिशन के तहत सरकार इन ग्राम पंचायतों से निकलने वाली प्रतिभा को खेल की सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी में है।
इसके लिए पूरा खाका तैयार कर लिया गया है। राज्य सरकार का पूरा फोकस यहां से निकलने वाले खिलाडिय़ों पर है। सरकार चाहती है कि यहां से निकलने वाले खिलाडिय़ों को पूरा सुविधा दी जाये।
सरकार के अनुसार युवा कल्याण विभाग मनरेगा योजना से ग्राम पंचायत स्तर पर गांव-गांव तक खेलों के मैदान और ओपन जिम खोलने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
सरकार चाहती है कि शहर के साथ-साथ गांवों से निकलने वाली प्रतिभाओं को निखाने के लिए अच्छे कोचों और आधुनिक सुविदाओं से लैस किया जाये। प्रशिक्षण देने वाले विशेषज्ञ कोच नियुक्त किये गये हैं। वहीं सरकार आने वाले समय में नए स्टेडियमों का निर्माण भी करायेगी और उनके कामों को और तेज करेगी।
अपने पहले कार्यकाल में योगी सरकार ने 19 जनपदों में 16 खेलों के प्रशिक्षण के लिये 44 से अधिक छात्रावास बनावाये ताकि खिलाडिय़ों को अच्छा माहौल मिले। इसके आलावा सरकार ने खेल किट की धनराशि में भी बढ़ौतरी की थी और 1000 से बढ़ाकर 2500 रुपये करने का फैसला किया था। इसके साथ-साथ योगी सरकार ने ओलम्पिक में पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को भी सम्मानित किया था।