अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के रिश्ते लगातार खराब हो रहे हैं। चाचा और भतीजे की लड़ाई में सपा को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। शिवपाल यादव अखिलेश से इतना नाराज हुए कि उन्होंने सपा से किनारा कर अपनी नई पार्टी बना डाली। आलम तो यह है कि शिवपाल यादव अखिलेश का नाम सुनते ही गुस्से से लाल हो जाते हैं जबकि अखिलेश का भी यही हाल है।
सपा से अलग हो चुके शिवपाल यादव लगातार हमला अखिलेश पर निशाना साध रहे हैं। फिरोजाबाद से चुनाव लड़ रहे शिवपााल यादव लगातार रामगोपाल यादव को नहीं छोड़ रहे हैं। उन्होंने कई मौकों पर रामगोपाल को आड़े हाथों लिया है।
इसी बीच एक दिन पूर्व अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव पर भी तगड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि उनके अपने चाचा शिवपाल यादव बीजेपी की मदद कर रहे हैं। उन्होंने एक रैली में वह रात में बीजेपी के नेताओं से मिलते हैं और उन्हीं के सहारे अपनी राजनैतिक लड़ाई लडऩा चाहते हैं।
उधर अखिलेश के बयान के बाद शिवपाल यादव एक बार फिर अपने भतीजे पर वार किया है। उन्होंने कहा कि मुझ पर सवाल खड़ा करने वाले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष यह बताएं कि आखिर किसके इशारे पर प्रोफेसर (सपा प्रमुख महासचिव राम गोपाल यादव) द्वारा अवैध सभा बुलाकर नेताजी (सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव) को अपमानित कर राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी से हटाया गया था. क्या इसके लिए बीजेपी ने कहा था? इतना ही नहीं शिवपाल यादव ने अखिलेश पर कई हमला किया है।