न्यूज़ डेस्क
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए शुक्र्वार का दिन बहुत ही ऐतिहासिक रहा। 26 साल बाद एक मंच पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती, समाजवादी पार्टी (सपा) संरक्षक मुलायम सिंह यादव पहुंचे। दोनों के साथ सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद रहे।
मंच पर आने से पहले तीनों नेताओं के बीच 10 मिनट तक बातचीत हुई। इसके बाद तीनों नेता मंच पर पहुंचे और लोगों का अभिवादन किया। उम्र के आखिरी पड़वा पर पहुंच चुके मुलायम सिंह यादव और मायावती ने जनता का स्वागत किया।
मायावती से पहले मुलायम ने संभाला मोर्चा
आमतौर पर सपा-बसपा की संयुक्त रैली में सबसे पहले जनता को संबोधित करने वाली मायावती से पहले आज मुलायम सिंह यादव ने मोर्चा संभाला। मुलायम ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बहुत दिनों के बाद हम और मायावती जी एक मंच पर हैं। यह बहुत खुशी की बात है। हमें एक मंच पर रहना होगा। मैनपुरी से हम बहुत बार चुनकर संसद गए हैं। यह हमारा घर है। अब आखिरी बार आपके कहने से मैं फिर लड़ रहा हूं। मैं ज्यादा आज भाषण नहीं दूंगा। इस बार मुझे पहले से ज्यादा वोट देकर जिताना।
मायावती जी का एहसान
मुलायम ने कहा कि आज आपके बीच मायावती जी आई हैं। मैं इनका बहुत सम्मान करता हूं। आज मायावती जी का एहसान है कि वह हमारे बीच आई हैं। हम उनका स्वागत करते हैं और अपने कार्यकर्ताओं से हमेशा उनका सम्मान करने की अपील करता हूं। मायावती जी ने हमारी कई बार मदद की है। मुझे जिताने के साथ ही गठबंधन के सभी प्रत्याशियों को जितवाएं। मुलायम ने अपने भाषण मे छह बार मायावती का नाम लिया, जबकि एक बार बसपा का जिक्र किया।
कभी-कभी कठिन फैसले लेने पड़ते
इसके बाद मायावती ने मैनपुरी में साझा रैली को संबोधित करते हुए यहां पर उमड़ी भीड़ से साफ है कि आप लोग सपा संरक्षक मुलायम जी को भारी संख्या में जिताकर संसद भेजेंगे। मायावती ने कहा कि 2 जून, 1995 के गेस्टहाउस कांड को भुलाकर हम एक साथ आए हैं। कभी-कभी कठिन फैसले लेने पड़ते हैं।
मुलामय पिछड़ों के असली नेता- मायावती
मायावती ने कहा कि मुलायम सिंह जी ने पिछड़े लोगों को जोड़ा है। वह (मुलायम) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह फर्जी पिछड़ी जाति के नहीं हैं, बल्कि पिछड़ो के असली नेता हैं। अगले चरण के चुनावों में भाजपा की हवा खराब होने वाली है। मायावती ने नरेंद्र मोदी को नकली पछड़े वर्ग का बताकर अगड़े-पिछड़ की लड़ाई को हवा दे दी है।
मायावती ने कहा कि मोदी नकली जबकि मुलायम असली सेवक हैं। उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्ग के नेता मुलायम सिंह यादव को आप जिताकर संसद भेजिए। इस चुनाव में असली और नकली के बीच पहचान जरूरत है। नकली लोगों से धोखा खाने से बचे।
मायावती ने कहा कि उम्र को तकाजे को ध्यान में रखकर मुलायम जी ने फैसला लिया है कि जब तक आखिरी सांस है वह मैनपुरी की सेवा करते रहेंगे। यह मैनपुरी के सच्चे सेवक हैं, नरेंद्र मोदी की तरह नकली सेवक नहीं है। आप लोग मुलायम सिंह को जिताकर संसद भेजिए।
कांग्रेस-मोदी पर निशाना
मायावती ने इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। मायावती ने कहा कि बीजेपी अपनी गलत नीतियों से सत्ता से बाहर जाने वाली है। बीजेपी की कोई नाटकबाजी और जुमलेबाजी नहीं चलेगी। इस बार चौकीदारी की नई नाटकबाजी बीजेपी को नहीं बचा पाएगी। अच्छे दिन का चुनावी वादा खोखला साबित हुआ।
वहीं, कांग्रेस पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि कांग्रेस ने अपने वादे कभी नहीं पूरे किए। कांग्रेस अब देश में घूम-घूमकर गरीबों को वोट हासिल करने में जुट गई है। आप लोगों को बहकावे में आकर वोट देने की जरूरत नहीं है। कांग्रेस कह रही है कि सरकार में आने पर थोड़ी सी आर्थिक मदद दी जाएगी। यह ढकोसला है। मायावती ने अपने भाषण के अंत में कहा कि जय भीम, जय लोहिया, जय भारत।