पॉलिटिकल डेस्क।
चुनावी प्रचार अपने चरम पर है। सभी राजनीतिक दल और उनके नेता अपनी-अपनी कैम्पेनिंग में जुटे हुए हैं। देश में सिनेमा के लिए मशहूर नगरी ‘मुंबई’ भी चुनावी रंग में रंगी हुई है। उर्मिला मातोंडकर कांग्रेस के टिकट पर नॉर्थ मुंबई से लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं।
उर्मिला का कहना है कि वह स्टार के तौर पर राजनीति में नहीं आई हैं बल्कि वह लोगों के प्रतिनिधि के तौर पर पहचान बनाना पसंद करेंगी। चुनाव प्रचार में स्थानीय लोगों से मुलाकात कर रहीं उर्मिला का कहना है कि इलाके के मुख्य मुद्दे हैं आवास, पानी की कमी और साफ-सफाई।
उर्मिला का कहना है कि, मैं जमीनी स्तर पर लोगों से जुड़ने का प्रयास कर रही हूं। उर्मिला ने बोरीवली वेस्ट में अपना चुनावी दफ्तर बनाया है और प्रचार के दौरान खुद को ‘मुंबई ची मुलगी’ (मुंबई की बेटी) बताते हुए वोट मांग रही है।
राजनीति में नई-नई उतरीं बॉलीवुड अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का उत्तर मुंबई लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार तेजी से चल रहा है। वहीं इसे देखते हुए भाजपा प्रत्याशी ने भी अपना प्रचार तेज कर दिया है। दूसरी ओर दोनों पक्षों में जुबानी जंग भी शुरू हो चुकी है। बता दें कि शुरुआत में उर्मिला को हल्के में ले रहे भाजपा उम्मीदवार और मौजूदा सांसद गोपाल शेट्टी की उर्मिला की सक्रियता से नींद उड़ी हुई है। उर्मिला की रैलियों-जनसंपर्क में दिख रही भीड़ के चलते उन्होंने भी जनसंपर्क तेज कर दिया है।
पिछली बार शेट्टी से हारे कांग्रेस के संजय निरुपम फिर यहां से उतरने को तैयार नहीं हुए तब कांग्रेस ने उर्मिला को इस सीट से चुनाव लड़वाने का फैसला लिया। गोपाल शेट्टी ने साल 2014 में संजय निरूपम को साढ़े चार लाख वोटों से हराया था।
बता दें कि उर्मिला मातोंडकर सिर्फ प्रचार ही नहीं कर रहीं हैं बल्कि क्षेत्र के प्रभावशाली लोगों से मिलकर समर्थन भी मांग रहीं हैं। उन्होंने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से उनके आवास पर मुलाकात करके मार्गदर्शन लिया है। वहीं मनसे के नेताओं से भी मुलाकात करके समर्थन मांगा है।