सुधांशु श्रीवास्तव
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के चंदौली शहर में आरटीओ के नाम पर कुछ लोग फर्जी तरीके से ड्राइविंग लाइसेंस, इंश्योरेंस रजिस्ट्रेशन कराने का गोरख धंधा चला रहे थे। इतना ही नहीं यहां पर आरटीओ दफ्तर बनाकर पुलिस की आंखों में धूल झोंक रहे थे लेकिन बुधवार को चंदौली के सकलडीहा में पुलिस ने एक ड्राइवर की मदद से इस पूरे रैकेट का पर्दाफार्श किया है। पुलिस ने मौके पर नकली आरटीओ दफ्तर का खुलासा किया है। जानकारी के मुताबिक यूपी, बिहार, बंगाल सहित कई राज्यों के कागजातों की हेरा-फेरी कर फर्जी आरटीओ दफ्तर में गुपचुप तरीके से ठगी का खेल को अंजाम दिया जा रहा था। पुलिस ने मौके से कई नकली दस्तावेज जब्त किये हैं। पुलिस ने छापे मारी में दो व्यक्तियों को दबोचा है।
बताया जा रहा है दोनों ही बाप-बेटे हैं। इस अवसर पर छापेमारी के दौरान मौके से कई फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस, लैमिनेशन कोटेड कार्ड, सादा पेपर आदि चीजे बरामद हुई हैं। इतना ही नहीं दस्तावेज के साथ-साथ फर्जी मुहर भी मौके पर पुलिस ने पकड़ा है। पूरे मामले की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने मीडिया में बयान जारी करते हुए कहा कि यूपी के साथ-साथ बिहार,तमिलनाडु, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पंजाब, हरियाणा आदि प्रदेशों से आरटीओ से संबंधित कागजात मिले हैं। पुलिस ने यह भी बताया है कि इन कागजातों के साथ-साथ नकली रबर स्टैंप भी मिला है। पुलिस के अनुसार इस पूरे मामले में दो लोग पकड़े गए है। पिता-पुत्र की जोड़ी मिलकर इस तरह की घटना को अंजाम देते थे। पकड़े पिता-पुत्र लालता राय और शैलेन्द्र राय निवासी चंदौली बताया जा रहा है।