पॉलिटिकल डेस्क
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार का खत्म हो चुका। 11 अप्रैल को यानी कल उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में मतदान होगा। इस दौरान सभी राजनीतिक दल वोटरों को लुभाने के लिए हर तरह का प्रयास कर रहे हैं।
राजनीतिक दल 72000 सालाना रकम देने के साथ-साथ धार्मिक आधार पर वोद देने की अपील कर रहें हैं। तो कोई राष्ट्रवाद के नाम पर मतदान करने की मांग कर रहा है।
मेरठ में महागठबंधन की रैली के दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती ने मुस्लिम वोटरों से सीधी अपील करते हुए कहा कि मुस्लिम किसी भी बहकावे में आकर अपने वोट को न बंटने दें, बल्कि बीएसपी उम्मीदवार हाजी फजलुर्रहान के पक्ष में वोट करें।
जानकारों की माने तो मायावती ने मुस्लिम वोटरों को लेकर दिया महागठबंधन के लिए सेल्फ गोल साबित हो सकता है। मायावती के बयान के बाद बीजेपी ने अपनी रणनीति बदलते हुए राष्ट्रवाद के साथ-साथ सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को भी और तेज कर दिया है।
सूत्रों की माने तो बीजेपी रणनीतिकारों और राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने नेताओं को राम,रक्षा और राष्ट्रवाद के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाने का सुझाव दिया था, लेकिन मायावती के बयान के बाद सभी बीजेपी नेताओं से कहा गया है कि गठबंधन के मुस्लिम प्रेम को लेकर हमला बोला जाए। साथ ही हिंदुत्व के मुद्दे पर रक्षात्मक न होने को कहा गया है।
मायावती के बाद मेरठ में रैली करने पहुंचे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को अगर ‘अली’ पर विश्वास है तो हमें भी ‘बजरंगबली’ पर विश्वास है।
#WATCH UP Chief Minister Yogi Adityanath at a public rally in Meerut, says, “Agar Congress, SP, BSP ko ‘Ali’ par vishwaas hai toh humein bhi ‘Bajrangbali’ par vishwaas hai.” pic.twitter.com/ZwI3L5ZEFt
— ANI UP (@ANINewsUP) April 9, 2019
इससे पहले सीएम योगी ने भारतीय आर्मी को मोदी सेना बताया था, जिसके बाद कई दलों ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की थी। वहीं, केरल के वायनाड लोकसभा सीट से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नामांकन के दौरान इण्डियन यूनियन मुस्लिम लीग के झण्डे लहराए जाने को लेकर सीएम योगी ने तंज कसते हुए कहा था कि कांग्रेस पार्टी मुस्लिम लीग के वायरस से ग्रसित हो गई है। इससे देश को बचना चाहिए।
गौरतलब है कि केरल में कांग्रेस और इण्डियन यूनियन मुस्लिम लीग का लोकसभा चुनाव गठबंधन हुआ है। इण्डियन यूनियन मुस्लिम लीग को सामान्य तौर पर मुस्लिम लीग के नाम से जाना जाता है। ये भारत की एक राजनैतिक पार्टी है, जिसे भारतीय चुनाव आयोग ने केरल राज्य के दल के रूप में मान्यता दे रखी है।
इण्डियन यूनियन मुस्लिम लीग का झंडा ठीक उसी प्रकार है जैसा 1947 मुस्लिम लीग का झण्डा था। राहुल गांधी के वायनाड की रैली के दौरान इण्डियन यूनियन मुस्लिम लीग के झण्डे को देखकर सीएम योगी और पीएम नरेंद्र मोदी अलग-अगल मंचों से राहुल गांधी पर निशाना साध चुके हैं।
इन बातों से साफ जाहिर है राष्ट्रवाद, सांप्रदायिक ध्रुवीकरण और आर्थिक मदद देने के वादों के बीच विकास और पांच साल कार्यों की उपलब्धियां और गरीबों-किसानों के मुद्दे छुप से गए हैं। बीजेपी हो या कांगेस सभी दलों को चुनावी मुद्दा पहले की अपेक्षा बदल गया है।
बताते चले कि पहले चरण में कुल 91 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा और इनमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 8 सीटें भी हैं। राज्य की मेरठ, सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट पर 11 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे।
उत्तर प्रदेश में सभी 7 चरणों में लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है, दूसरे चरण में भी 8, तीसरे और चौथे में 10-10, पांचवें और छठे में 14-14 तथा सातवें चरण में 13 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है।