मल्लिका दूबे
गोरखपुर: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर में जबरदस्त घेराबंदी के लिए सपा-बसपा गठबंधन फुलप्रूफ प्लान तैयार कर रहा है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती इसी प्लान के तहत गोरखपुर में जबरदस्त चुनावी कैम्पेन करने जा रहे हैं। अखिलेश यादव जहां लगातार तीन दिन गोरखपुर में चुनावी जनसभाओं में शिरकत करेंगे वहीं मायावती भी उनके साथ संयुक्त रूप से एक रैली में शिरकत कर वोट बैंक को सहेजेंगी।
अखिलेश-माया की होंगी संयुक्त चुनावी सभाएं
गोरखपुर संसदीय क्षेत्र में मतदान अंतिम चरण में 19 मई को है। ऐन चुनावी समर में अखिलेश यादव आैर मायावती 11 मई से 13 मई तक इस संसदीय क्षेत्र को खूब मथेंगे। गोरखपुर जिले में दो संसदीय क्षेत्र हैं, गोरखपुर और बांसगांव। गठबंधन के फार्मूले के तहत सपा गोरखपुर में जबकि बसपा बांसगांव में चुनाव लड़ रही है।
गोरखपुर को योगी का गढ़ समझा जाता है। ऐसे में सपा और बसपा का शीर्ष नेतृत्व गठबंधन के प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनाने को पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में है। अखिलेश की यहां पहली चुनावी सभा 11 मई को कैम्पियरगंज और पिपराइच विधानसभा क्षेत्र को साधने के लिए होगी।
12 मई को सपा प्रमुख अखिलेश सहजनवां में सभा करेंगे। 13 मई को गोरखपुर के चंपा देवी पार्क में बसपा सुप्रीमो मायावती व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की संयुक्त रैली होगी।
उप चुनाव की कामयाबी दोहराने की कवायद
मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ के सांसदी से इस्तीफे के बाद हुए लोकसभा उप चुनाव में सपा ने बसपा के समर्थन से बड़ी और ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। वर्तमान चुनाव में भी गठबंधन उप चुनाव की कामयाबी दोहराने की कवायद में है।
इस सीट से भाजपा के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा से जुड़ी है। इस वजह से यहां के चुनाव का अलग सियासी मायने है। ऐसे में सपा-बसपा का शीर्ष नेतृत्व गोरखपुर में अब लगातार तीन दिनों तक चुनावी सभा कर गठबंधन प्रत्याशी के लिए माहौल बनाएगा।