पॉलिटिकल डेस्क
यूपी में लोकसभा चुनाव की सरगर्मी तेज हो चुकी है। मोदी को हराने के लिए सपा-बसपा एक हो चुके हैं जबकि कुछ लोग मोदी के खिलाफ अपने बगावती तेवर दिखा रहे हैं।
मोदी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने वाले भीम आर्मी के संचालक चंद्रशेखर लगातार भाजपा पर अटैक कर रहे हैं लेकिन मायावती ने भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर को बीजेपी के साथ मिले होने की बात कही है। उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा दलितों का वोट बांटने के लिए भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर को वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़वा रही है।
मायावती का चंद्रशेखर पर जोरदार हमला
बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने लखनऊ में कहा कि भाजपा ने ही पहले षडयंत्र करके शब्बीरपुर काण्ड करवाया और फिर चन्द्रशेखर को जेल भेजा और अब चुनाव के पहले भाजपा ही उसे जेल से बाहर करके अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने का प्रयास कर रही है।
बीजेपी को हराने के लिए दलितों का एक-एक वोट कीमती है
मायावती ने रविवार को कहा कि घोर जातिवादी व साम्प्रदायिक भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए दलितों का एक-एक वोट बहुत कीमती है। इसे किसी भी हाल में बर्बाद नहीं होने देना है ताकि बाद का जीवन और ज्यादा नरक ना हो और फिर आगे कोई भी पछतावा नहीं हो। मायावती ने कहा कि खासकर दलित वर्ग के लोग किसी भी भावना में आकर अपना वोट खराब ना करें। इसी प्रकार के संगठनों से भी सावधान रहें। भाजपा की इस नई चाल से केन्द्र सरकार का चूल हिला देने वाले हमारे गठबन्धन को कतई भी नुकसान नहीं होगा।
प्रियंका की चन्द्रशेखर से मुलाकात के बाद बसपा पर बढ़ा था दबाव
भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर लगातार यूपी में अपना कद बढ़ाने में लगे हुए है। इस वजह से यूपी की राजनीति में खासकर बसपा में हलचल पैदा हो गई थी। बसपा को लगाता है कि चन्द्रशेखर उनका वोट काट सकते हैं। उधर कुछ दिन पूर्व ही प्रियंका गांधी नेचंद्रशेखर से अस्पाताल में मुलाकात की थी। इसके बाद लगा था कि वह कांग्रेस को समर्थन दे सकते हैं लेकिन बाद में चंद्रशेखर ने इससे किनारा कर लिया था। चंद्रशेखर के बढ़ते कद से मायावती थोड़ी चिंता डूब गई है। इस वजह से चन्द्रशेखर को लेकर उनका रूख काफी कड़ा नजर आ रहा है।