पॉलिटिकल डेस्क
लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर बीजेपी ने तैयारी तेज कर दी है। इसी कड़ी में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पहली बार लोकसभा चुनाव में दावेदारी पेश करने जा रहे हैं। शाह गुजरात की गांधीनगर सीट से चुनाव लड़ेंगे। जिसके लिए शनिवार को उन्होंने अपना नामांकन भरा। नामांकन करने लिए अमित शाह परिवार के साथ गांधीनगर पहुंचे थे।
इस दौरान उनके साथ उनका पूरा परिवार भी था। जिस समय अमित शाह अपने नामांकन के लिए जा रहे थे उसी दौरान एक बेहद मजेदार वाक्या हुआ।
भाजपाचे राष्ट्रीय अध्यक्ष @AmitShah गांधीनगर येथे फॉर्म भरायला जाताना अमित शाह त्यांनी कौतुकाने आपल्या नातीला @BJP4India चे कमळ असलेली टोपी घालायचा प्रयत्न केला. पण त्यांच्या नातीनेही ती टोपी नाकारली आणि आपली मूळ शुभ्र टोपीच स्वीकारली.#बच्चे_मन_के_सच्चे#chowkidaarchorhai pic.twitter.com/R0dqVl9nnG
— NCP (@NCPspeaks) March 30, 2019
दरअसल, अमित शाह की पोती उस समय उनके साथ थी और वह अपनी पोती को भाजपा की कैप पहनाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन उनकी पोती ने भाजपा की कैप पहनने से इनकार कर दिया। कई बार कैप पहनाने के प्रयास के बावजूद शाह की पोती ने कैप नहीं पहनी। अमित शाह ने गांधीनगर से नामांकन भरने से पहले चार किलोमीटर का रोड शो किया। उस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे आज 1982 के दिन याद आ रहे हैं। जब मैं यहां के एक छोटे से बूथ का अध्यक्ष था।
अमित शाह ने कहा कि गांधीनगर से लालकृष्ण आडवाणी, अटल बिहारी वाजपेयी सांसद रहे। मेरा सौभाग्य है कि भाजपा मुझे यहां से सांसद बनाने जा रही है। अमित शाह के नामांकन के केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, नितिन गडकरी, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल और लोकजनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान जैसे नेता गांधीनगर पहुंचे थे।