पॉलिटिकल डेस्क
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मजबूत करने के उद्देश्य से आज अयोध्या दौरे पर जाएंगी। अयोध्या में प्रियंका राम लला के दर्शन करने जाएंगी या नहीं, यह तय नहीं है, लेकिन पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी के ‘शिव भक्त‘ की इमेज को प्रियंका तेजी से आगे बढ़ा रही हैं।
वाराणसी में प्रियंका ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए थे। इससे पहले उन्होंने विंध्यवासिनी मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की थी और सीतामढ़ी में माता सीता के दर्शन पूजन किए। इसके बाद अयोध्या दौर से साफ साबित हो रहा है कि हिंदुत्व की जिस पिच पर बीजेपी अब तक बल्लेबाजी करती आई, उसे राहुल और प्रियंका की ओर उसी जुबान में सबसे बड़ी चुनौती मिलती दिखेगी।
गौरतलब है कि अयोध्या में रामलला और राम मंदिर का मुद्दा अब तक बीजेपी भुनाती रही है, लेकिन कांग्रेस का कोई भी बड़ा नेता खुल का मंदिर के मुद्दे पर बोलेने से बचता रहा है। इसके अलावा अयोध्या दौरे करने वाले कांग्रेस नेताओं की संख्या कम ही है। इस बार रणनीति बदलते हुए कांग्रेस भी अयोध्या और मंदिर का मुद्दा वैसे ही उठा रही है जैसे बीजेपी अब तक करती रही है।
प्रियंका से पहले राहुल गांधी देश के अलग-अलग राज्यों में मंदिरों में घूम-घूम कर यह जता चुके हैं कि आज की कांग्रेस पहले वाली नहीं है जो अपनी सेकुलर छवि बचाने के लिए मंदिरों से परहेज करती थी। इसी क्रम में उनका जनेऊधारी मुद्दा भी लोगों के सामने आया।
जानकारों कि माने तो राहुल की शिव भक्त और मंदिरों में जाने का फायदा उन्हें राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीशगढ़ में जीत के तौर पर मिला। वहीं, पीएम मोदी के गृह राज्य में भी कांग्रेस की सीटें बढ़ी हैं।