रेशमा खान
बीजेपी के बागी नेता शत्रुघ्न सिन्हा करीब तीन दशक से बीजेपी से जुड़े रहे केे बाद 6 अप्रैल को कांग्रेस में शामिल होंगे। सूत्रों ने कहा, कि शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस के बडे नेताओं की उपस्थिति में पार्टी में शामिल होंगे। कांग्रेस प्रवक्ता एचके वर्मा ने बताया कि पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे। बिहार प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और पार्टी के प्रचार समिति के अध्यक्ष अखिलेश सिंह भी इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहेंगे।
पटना साहिब से लड़ेंगे चुनाव
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस पार्टी जल्द ही पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र से शत्रुघ्न सिन्हा के नाम की घोषणा भी कर देगी। बीजेपी नें इसबार पटना साहिब से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को टिकट दिया हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है की रविशंकर प्रसाद जो अपने उग्र भाषणों के लिए जाने तो जाते हैं मगर चुनावी मैदान में वो पहली बार उतर रहे हैं।
पिछले वर्ष भाजपा के बागी नेता यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी के साथ मंच साझा करके शत्रुघ्न सिन्हा नें सबको चौंका दिया था। सूत्रों के अनुसार उस घटना के बाद से ही पार्टी के कई बडे नेता उनके खफा चल रहे थे। वैसे भी मोदी सरकार के नोटबंदी और जीएसटी जैसे दो बड़े फैसलों पर वो लगातार सवाल उठाते रहे हैं।
अभी हाल ही में उन्होने न्यूनतम आय योजना की तारीफ की और कहा कि ये घोषणा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का मास्टरस्ट्रोक हैं और वों “मास्टर आफ सिचुएशन” हैं। शत्रुघ्न सिन्हा 2009 से पटना साहिब के सांसद हैं। 2014 के आम चुनावों में उन्होने कांग्रेस के उम्मीदवार कुणाल सिंह को 2,65,805 के रिकार्ड अंतर से हराया था। शत्रुघ्न सिन्हा ने 2003- 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया। उन्हें 2006 में पार्टी के कला और संस्कृति विभाग के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था।
उन्होंने जनवरी में यह दावा करते हुए विवाद खड़ा कर दिया था कि उन्हें नरेंद्र मोदी कैबिनेट में मंत्री नहीं बनाया गया क्योंकि एल के आडवाणी के साथ उनके करिबी रिशते हैं। “2014 के आम चुनाव में मेरा वोट शेयर सबसे अधिक था, लेकिन एक टीवी अभिनेत्री को मानव संसाधन विकास मंत्री बनाया गया था। मुझे लगता है कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मैं आडवाणी खेमे का हूं। ” भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने इस साल जनवरी में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था।