Wednesday - 30 October 2024 - 6:47 AM

पूरब के सांसदों पर मोदी-शाह का ऐतबार बरकरार

कुशीनगर और बलिया के सांसदों का टिकट कटा, सजातीय पर ही भरोसा

मल्लिका दूबे

गोरखपुर। तमाम सियासी कयासबाजी के बीच मोदी-शाह की जोड़ी ने यूपी के पूरब में भाजपा के वर्तमान सांसदों पर ऐतबार बरकरार रखा है। पार्टी ने मंगलवार को लोकसभा प्रत्याशियों की जो लिस्ट जारी की है उसमें पूर्वांचल में दो सांसदों कुशीनगर से राजेश पांडेय उर्फ गुड्डू तथा बलिया से भरत सिंह का टिकट कटा है। हालांकि पार्टी ने समीकरणों की भरपाई के लिए दोनों जगह से सांसदों के सजातीय को ही टिकट थमाया है।
भाजपा के प्रत्याशियों की सूची में बस्ती से हरीश द्विवेदी, डुमरियागंज से जगदम्बिका पाल, महराजगंज से पंकज चौधरी, बांसगांव (सुरक्षित) से कमलेश पासवान, सलेमपुर से रविंद्र कुशवाहा, कैसरगंज से बृजभूषण शरण सिंह, गोंडा से कीर्तिवर्धन सिंह, श्रावस्ती से दद्दन मिश्र को दोबारा चुनाव लड़ने का मौका मिला है। ये सभी वर्तमान में सांसद हैं। पार्टी ने पूर्व की चर्चा के अनुरूप कुशीनगर संसदीय क्षेत्र से वर्तमान सांसद राजेश पांडेय उर्फ गुड्डू की चुनावी बत्ती गुल कर दी है। उनकी जगह पूर्व विधायक विजय दूबे पर भरोसा जताया गया है।
विजय खड्डा से कांग्रेसी विधायक रह चुके हैं और कुशीनगर संसदीय सीट पर वर्ष 2009 के चुनाव में भाजपा के टिकट पर तीसरे स्थान पर थे। विजय को टिकट देकर भाजपा ने यहां ब्रााह्मणों की नाराज होने का मौका न देने की कोशिश की है। कुछ ऐसा ही समीकरण बलिया में रचा गया है। यहां पार्टी ने वर्तमान सांसद भरत सिंह का टिकट काटकर भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विरेंद्र सिंह मस्त को प्रत्याशी बनाया है। भाजपा ने टिकट काटकर पर भी सांसदों की बिरादरी के वोटरों को रूठने से बचाने के लिए सजातीय का दांव चला है।

बस्ती, डुमरियागंज में थी बदलाव की चर्चा

भाजपा की सूची आने तक बस्ती में हरीश द्विवेदी और डुमरियागंज में जगदम्बिका पाल के टिकट पर संकट के बादल मंडराते नजर आ रहे थे। ऐसी चर्चा थी कि नेतृत्व इन सांसदों के परफार्मेंस से संतुष्ट नहीं है, पर टिकट घोषित होने के साथ ही अटकलों पर विराम लग गया है। उधर कुशीनगर में बदलाव की बयार बहने की पहले से चर्चा थी। लिहाजा यहां जिले के दो विधायकों समेत भाजपा के कई दावेदार नेतृत्व में अपने सरपरस्तों की परिक्रमा करने में जुटे थे। एक अन्य दल से ताल्लुक रखने वाले ब्रााह्मण नेता भी यहां कमल थामकर मैदान में आना चाहते थे। पर, मोदी-शाह की जोड़ी ने वर्ष 2009 के सेकेंड रनर अप विजय दूबे को मैदान में उतारा है।

गोरखपुर, देवरिया व संतकबीरनगर में सस्पेंस

भाजपा ने सूची जो सूची जारी की है उसमें सबसे चर्चित तीन लोकसभा क्षेत्रों का नाम शामिल नहीं किया गया है।  गोरखपुर, संतकबीरनगर और देवरिया के टिकट को लेकर सस्पेंस कायम है। गोरखपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृह क्षेत्र है आैर उपचुनाव में यहां भाजपा को शिकस्त मिल चुकी है। देवरिया में वर्तमान सांसद कलराज मिश्र ने चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया है। उनके चुनावी उत्तराधिकारी की खोज आखिरी मुकाम तक नहीं पहुंची है। उधर संतकबीरनगर संसदीय क्षेत्र में ‘जूते” का पेंच फंसा हुआ है। यहां के सांसद शरद त्रिपाठी अपनी ही पार्टी के विधायक राकेश सिंह बघेल पर जूता बरसाने के बाद चर्चा में बने हुए हैं।
https://www.jubileepost.in
Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com