मल्लिका दुबे
गोरखपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री और देवरिया के सांसद कलराज मिश्र का राज कल से यानी आने वाले लोकसभा चुनाव के बाद से देवरिया में नहीं रहेगा। श्री मिश्र ने खुद होली के दिन यह ऐलान कर दिया है कि वह लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे। उनका कहना है पार्टी ने उन्हें अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी और उन जिम्मेदारियों को पूरा करना उनकी प्राथमिकता है। गौरतलब है कि कलराज मिश्र को भाजपा ने हरियाणा में चुनाव प्रभारी बनाया हुआ है।
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी में कद्दावर ब्राह्मण नेता कलराज मिश्र को देवरिया लोकसभा क्षेत्र में भेजा था और मोदी लहर के दम पर उन्हें भी जीत मिली थी। सरकार बनने पर उन्हें केंद्र में मंत्री बनाया गया हालांकि बाद में अधिक उम्र का हवाला देकर उन्हें मंत्रिमंडल से छुट्टी दे दी गई।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि पार्टी इस बार 75 प्लस उम्र वालों को टिकट नहीं देगी। यही वजह है कि कलराज मिश्र ने टिकट कटने से पहले ही चुनाव ना लडऩे का ऐलान कर दिया। मिश्र 75 प्लस वाली कैटेगरी में है। अधिक उम्र के चलते हैं उन्हें मंत्रिमंडल में भी कार्यकाल पूरा करने का मौका नहीं मिला था।
श्री मिश्र के लोकसभा चुनाव न लडऩे का एलान करते ही देवरिया लोकसभा क्षेत्र में अन्य दावेदारों अन्य दावेदारों ने भाग दौड़ तेज कर दी है। पार्टी ने अगर यहां ब्राह्मण प्रत्याशी पर ही भरोसा बरकरार रखा तो पत्रकारिता छोड़ राजनीति के पेशे में आए युवा ब्राह्मण चेहरे शलभ मणि त्रिपाठी का पलड़ा अधिक भारी बताया जा रहा है। इसके अलावा क्षत्रिय बिरादरी से एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह भी यहां टिकट की प्रत्याशा में 2 साल से भागदौड़ कर रहे हैं।