स्पोर्ट्स डेस्क
बिहार में क्रिकेट को लेकर घमासान और तेज हो गया है। दरअसल भ्रष्टाचार की चपेट में बिहार का पूरा क्रिकेट आ गया है। आलम तो यह है कि बिहार में क्रिकेट के नाम पर फर्जीवाड़े का खेल भी चरम पर जा पहुंचा है। आदिया वर्मा बिहार क्रिकेट को बचाने के लिए हर दिन लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने एक बार फिर बिहार क्रिकेट एसोसिएशन पर करारा हमला बोला है। उन्होंने साफ कर दिया है कि बिहार क्रिकेट को जब तक साफ सुधरा नहीं करेंगे तब तक वह चैन से बैठने वाले नहीं है। उन्होंने मंगलवार को बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा है कि एसोसिएशन सारे नियमों का ताक रखकर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि लोकपाल की बात को अनसुना कर दिया गया है। उन्होंने लोकपाल को लेकर भी तंज कसते हुए कहा कि या तो बिहार क्रिकेट को भंग करे या फिर खुद इस्तीफा दे। उन्होंने कहा कि बिहार में क्रिकेट के नाम पर खूब ठगी हो रही है। आलम तो यह है कि प्राण जाए पर कुर्सी ना जाए इसी फारमूला पर बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव चल रहे हैं तथा बिहार क्रिकेट संघ के लोकपाल के पद के गारिमा को धूमिल कर रहे हैं ।
इतना ही नहीं बिहार के कई जिलों में समान्तर संघ में चल रहे हैं और बिहार क्रिकेट एसोसिएशन इसपर कुछ नहीं करता है। खिलाडिय़ों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने इसके लिए बीसीसीआई से सख्त कदम उठाने का लिए कहा है।