जुबिली डेस्क
वसंत पूर्णिमा गुरुवार को है और कल रात में आसमान का कुछ अलग ही नजारा होगा। दरअसल कल पृथ्वी से करीब होने के कारण चांद रोजाना के मुकाबले आकार में थोड़ा बड़ा दिखाई देगा। यह संयोग 19 साल बाद पड़ रहा है। इसे सुपर वार्म मून नाम दिया गया है। गूगल ने भी इस अवसर पर खास डूडल बनाया है।
मालूम हो यह साल का तीसरा और आखिरी सुपरमून है। इससे पहले यह 21 जनवरी और 19 फरवरी को दिखाई दिया था। हालांकि, विश्व के कई देशों में इसका नजारा 20 मार्च की रात में दिखाई देगा, लेकिन भारत में यह 21 मार्च को नजर आएगा। हर सुपरमून को अलग-अलग नामों से जाना जाता है।
गूगल का खास डूडल
गूगल ने आज इसे लेकर डूडल (गूगल डूडल) बनाया है। इसमें एक फूल खिला दिखाई दे रहा है। जो वसंत की शुरुआत का प्रतीक बताया जा रहा है।
इससे पहले 21 जनवरी 2019 को साल का पहला सुपरमून दिखाई दिया था। इस दौरान चांद लाल तांबे के रंग जैसा नजर आया था। इस खगोलीय घटना को Super Blood Wolf Moon नाम दिया गया था। इसके बाद 19 फरवरी को साल का दूसरा सुपरमून दिखाई दिया था। इसे Super Snow Moon नाम दिया गया था।
क्या है सुपरमून
चांद जब पृथ्वी के सबसे करीब आता है तो यह बड़े आकार में दिखता है। साथ ही इस स्थान पर उसे सूर्य से मिलने वाली रोशनी से उसकी चमक बढ़ी हुई दिखती है। इस दौरान पृथ्वी से उसकी दूरी करीब 3,60,000 किलोमीटर रहती है। वर्षों बाद यह खगोलीय घटना होती है। सुपरमून से समुद्र में ऊंची लहरें भी उठती हैं।