मल्लिका दूबे
गोरखपुर। देश में सत्रहवें लोकसभा के लिए चुनावों के तारीख का ऐलान हो गया है। सात चरणों में 543 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में 41 सीटों पर मतदान की तारीख माह ए रमजान में पड़ रही है। इन तारीखों को लेकर मुस्लिम समाज की स्वाभाविक प्रतिक्रिया नाराजगी वाली है। प्रचंड गर्मी की दस्तक में मुस्लिम समाज जब रोजे के रूप में पूरे दिन उपवास पर रहता है तो लाइन लगाकर वोट डालने की बात पर गुस्सा आना लाजिमी है।
लोकसभा चुनाव के सात चरणों में से पांचवें, छठवें और सातवें चरण का चुनाव क्रमश: 6 मई, 12 मई और 19 मई को है। इन चरणों में 51, 59 और 59 यानी कुल 169 सीटों के लिए वोट पड़ेंगे। इनमें से 41 सीटों पर चुनाव यूपी का है। 5 मई से ही रोजे शुरू हो जाएंगे। ऐसे में रोजेदारों की परेशानी का आकलन आसानी से किया जा सकता है।
यूपी में बीजेपी का प्रचंड बहुमत है। लोकसभा चुनाव 2014 में बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टी अपना दल ने 80 में से 73 सीटों पर जीत हासिल की थी। वर्तमान चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन के बाद से यूपी में बीजेपी के सामने पिछला प्रदर्शन दोहराना बेहद चुनौतीपूर्ण होगा। यह सर्वविदित है कि मुस्लिम मतदाता एंटी बीजेपी वोटिंग वाला है। ऐसे में रोजे के दौरान यूपी की 41 सीटों पर चुनाव सियासी चर्चा में आ गया है।
मुस्लिम मतदाता के लिए रोजे के दौरान अत्यधिक गर्मी मे वोट डालने का जिम्मा होगा। ऐसा देखा गया है कि रोजे के दौरान मुस्लिम समाज के लोग पूरे दिन बिना खाना-पानी के अल्लाह की इबादत में मशरूफ रहते हैं। अब अगर मुस्लिम मतदाताओं का टर्नअप बूथों पर कम हुआ तो एंटी बीजेपी वोट स्वाभाविक रूप से कम पड़ेंगे। इन वोटरों को बूथ तक लाने के लिए गैर भाजपा दलों को खासी मशक्कत करनी होगी।
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रोजे के दौरान चुनावी चक्कर
चुनावी चरण सीटों की संख्या यूपी की सीटे वोटिंग तारीख
5वां 51 14 6 मई
6वां 59 14 12 मई
7वां 59 13 19 मई