उत्तर प्रदेश की बहराइच लोकसभा सीट भले ही किसी और के लिए खास न हो, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए बेहद खास है। मोदी का बहराईच से खास कनेक्शन है। दरअसल मोदी बहराइच को अपने लिए लकी मानते हैं। वह जब-जब बहराइच की धरती पर कदम रखे हैं उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिली है। इस बात को वह खुद भी मानते हैं।
लोकसभा चुनाव का आगाज बहराइच से किया
2017 में विधानसभा चुनाव के दौरान बहराइच में रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने इस बात का जिक्र किया था कि यह जगह उनके लिए भाग्यशाली है। गौरलतब है कि पीएम मोदी 2014 के लोकसभा चुनावों के लिए यूपी में चुनाव प्रचार की शुरुआत बहराईच जिले से की थी। तो क्या इस बार भी मोदी लोकसभा चुनाव का आगाज बहराइच से करेंगे?
बहराइच दौरे के बाद बने मुख्यमंत्री
बहराइच की रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि सन 2000 में जब वह बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव थे, तब वह बहराइच जिले के एक कार्यक्रम में आए थे। जब वह बहराइच से बलरामपुर के लिए जा रहे थे तभी उन्हें तुरंत दिल्ली आने के लिए फोन आया। मोदी वहां से दिल्ली रवाना हो गए। उसके बाद उन्हें दिल्ली से गुजरात भेज दिया गया और फिर वह गुजरात के मुख्यमंत्री बने। इसीलिए उन्होंने 2014 में लोकसभा चुनाव का आगाज बहराइच से किया था।
बहराइच जिला है लकी
ऐसा ही कुछ योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा भी मोदी का एक पुराना किस्सा सुनाते हुए बयां कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के लिए यूपी का बहराईच जिला लकी है। ऐसे में सभी के मन में जिज्ञासा है कि प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश में चुनाव का बिगुल बहराइच से फूंकेंगे या कही और से।
मोदी 13 साल रहे गुजरात के सीएम
आपको बता दें कि नरेन्द्र मोदी 2001 से 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री थे। 2014 में केन्द्र में बीजेपी ने उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ा था। पार्टी की बंपर जीत के बाद नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने।