यूपी में अपनी सियासी जमीन वापस पाने की कोशिशों में जुटी कांग्रेस पूर्वांचल की कमान पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी को देना कांग्रेस का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है. राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश के अवध और पूर्वांचल इलाके की 41 लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी सौंपी है.
बीजेपी का खास प्लान
वहीं, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस के इस मास्टर स्ट्रोक की धार कुंद करने के लिए खाश प्लान बनाया है. पूर्वांचल और अवध के क्षेत्रों में बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए अमित शाह पीएम नरेंद्र मोदी साथ मैदान उतर रहे हैं.
मोदी-शाह का पूर्वांचल दौरा
बीजेपी अध्यक्ष 23 फरवरी से 3 मार्च तक उत्तर प्रदेश के अवध, काशी और पूर्वांचल के इलाके में डेरा डालेंगे. इस बीच 23 फरवरी को अमित शाह लखनऊ में सहकारी सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
इसके बाद बीजेपी किसान मोर्चा के अधिवेशन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह गोरखपुर में पहुंचेंगे.
किसानों के खातों में 25,000 करोड़ रुपये
गौरतलब है कि इसी दिन मोदी गोरखपुर में राष्ट्रीय किसान सम्मेलन में ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना’ के तहत देश के 12 करोड़ किसानों के बैंक अकाउंट में योजना की पहली किस्त के रूप में 2 हजार रुपये ट्रांसफर करेंगे.
पीएम नरेंद्र मोदी एक क्लिक में देश के 12 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 25,000 करोड़ रुपये की रकम ट्रांसफर करेंगे। यह राशि छोटे एवं सीमांत किसानों को दी जा रही है।
साधु-संतों से मिलेंगे मोदी
इसके बाद 24 फरवरी को पीएम नरेंद्र मोदी गोरखपुर के बाद प्रयागराज पहुंचेंगे और कुंभ के एक कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस मौके पर पीएम, कुंभ में मौजूद साधु संतों से मुलाकात भी करेंगे. इसके अलावा पीएम संगम में स्नान भी कर सकते हैं.
पीएम मोदी के इस कार्यक्रम का आयोजन पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय द्वारा कराया जाएगा. जहां देश भर के 16 हजार से ज्यादा प्रख्यात लोग इसके गवाह बनेंगे.
कमल ज्योति अभियान
अमित शाह पूर्वांचल के गाजीपुर में 26 फरवरी को कमल ज्योति अभियान के तहत लाभार्थियों के घर दीपक जलाने जाएंगे. ये 2019 के चुनाव की रणनीति ही है जिसके तहत बीजेपी केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों तक पहुंच रही है.
मोदी का अमेठी का दौरा
साथ ही पीएम मोदी का 3 मार्च को राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में भी कार्यक्रम है. पीएम मोदी अमेठी में कई योजनाओं के उद्घाटन करने के साथ-साथ चुनावी रैली को भी संबोधित करेंगे.
जानकारों की माने तो पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह की ये रैलियां पूर्वांचल में जगह बनाने की कोशिश में जुटी कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती हैं.