गडकरी के इस ट्वीट से पाक के गले से नहीं उतरेगा पानी
February 22, 2019- 3:22 PM
पुलवामा हमले के बाद सरकार और विपक्ष रैलियों के दौरान एक-दूसरे को निशाना बना रही है। सोशल मीडिया पर भी यह जुबानी जंग जोर-शोर से चल रही है। गुरुवार को सोशल मीडिया पर ट्वीट्स की एक शृंखला में, केंद्रीय जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने सिंधु जल संधि के तहत भारत के पानी के उस हिस्से को रोकने का फैसला किया है जो पाकिस्तान में बहता है। इस पानी का उपयोग पंजाब और जम्मू-कश्मीर के लिए होगा। अब तक भारत दरियादिली दिखाते हुए इस पानी को पाकिस्तान की ओर बहने देता था।
गडकरी ने अपने शुरुआती ट्वीट में यह कहा था कि रावी नदी पर शाहपुर-कंडी में एक बांध का निर्माण शुरू हो गया है। इसके अलावा, उज्ह परियोजना जम्मू और कश्मीर में उपयोग के लिए हमारे हिस्से का पानी संग्रहित करेगी और शेष बचा पानी दूसरे बेसिन राज्यों को उपलब्ध कराने के लिए रावि-ब्यास लिंक से प्रवाहित होगा। उन्होंने कहा की सभी परियोजनाओं को राष्ट्रीय परियोजना के रूप में घोषित किया गया है।
सितंबर 2016 में, मोदी सरकार ने कहा था कि भारत में आतंकवाद के निर्यात को रोकने के लिए रक्त और पानी एक साथ नहीं बह सकते हैं। हालांकि, सरकार ने 59 साल पुरानी सिंधु जल संधि को रद्द नहीं करने का फैसला किया था, लेकिन वह पश्चिमी नदियों के अधिकतम उपयोग के लिए कदम उठाएगी। 1960 में भारत और पाकिस्तान द्वारा आठ वर्षों की बातचीत के बाद सिंधु जल संधि को विश्व बैंक ने भंग कर दिया था।
गडकरी से पहले कांग्रेस ने भी पीएम को घेरा
जहां एक ओर पाकिस्तान को पानी न देने के लिए कहा जा रहा है तो दूसरी ओर कांग्रेस भी पीएम की कड़ी आलोचना करने में लगी हुई है। कांग्रेस पार्टी ने पुलवामा आतंकी हमले पर अपनी सात दिन की चुप्पी तोड़ते हुए पीएम पर हमला शुरू किया। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि पीएम 14 फरवरी की दोपहर में कॉर्बेट नेशनल पार्क में अपने प्रचार के लिए फिल्म की शूटिंग कर रहे थे और पुलवामा आतंकी हमले के बावजूद शाम तक लगे रहे।
इससे पहले सुरजेवाला ने रविवार को असम में अपने भाषण के दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर “आतंकवाद के राजनीतिकरण” में लिप्त होने का आरोप लगाया था। कांग्रेस पर इसका पलटवार करते हुए आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी शहर में गुरुवार को एक भाजपा कार्यक्रम में शाह ने कहा कि विपक्षी दल पुलवामा आतंकी हमले का इस्तेमाल अपने “राजनीतिक हितों” के लिए कर रहे हैं। शाह को जवाब देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष को यह नहीं भूलना चाहिए कि वह कांग्रेस सरकार ही थी जिसने 1947, 1965 और 1971 में पाकिस्तान को सबक सिखाया था।
कांग्रेस के आरोप पर बीजेपी का पलटवार
इसके अलावा भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह ऐसे समय में सुरक्षा बलों के मनोबल को कमज़ोर करने की कोशिश कर रही है जब पूरे देश में उनके लिये रैलियां हो रही हैं।
डी एस हुड्डा कांग्रेस में शामिल!
उसी दिन नेताओं के आरोपों-प्रत्यारोपों को बीच कांग्रेस ने शाम को घोषणा की कि उसने लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डी एस हुड्डा से कांग्रेस में शामिल होने का अनुरोध किया है। इसके जवाब में जनरल हुड्डा ने कहा की “मैं कांग्रेस पार्टी में शामिल नहीं हुआ हूं।” कांग्रेस ने उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा पर विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने को कहा है।
लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डी एस हुड्डा
2016 में उरी हमले के बाद पाकिस्तान पर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के कमांडिंग ऑफिसर रहे थे।
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#indiapak 2019-02-22