नई दिल्ली। पुलवामा में आतंकी हमले के बाद भारत ने अब अटारी-वाघा सीमा से माल का आयात बंद कर दिया गया है। व्यापारी राजदीप उप्पल ने कहा की सभी व्यापारी संगठन सरकार के निर्णय का समर्थन करते हैं। हालांकि हम यह जानकर हैरान हैं कि कश्मीर का व्यापार मार्ग अब भी खुला है। इस पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की जरूरत है।
14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवानों के शहीद होने के बाद से भारत ने पहले ही पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन) का दर्जा छीन लिया है। नहीं तो अब तक इस केटेगरी में शामिल होने के कारण पाकिस्तान को भारत से व्यापार में तमाम तरह की सहूलियतें मिलतीं थीं।
पुलवामा में आतंकी हमले के बाद भारत ने अब अटारी-वाघा सीमा से माल का आयात बंद कर दिया है
आर्थिक तौर पर कमजोर पाकिस्तान को भारत ने आर्थिक मोर्चे पर ही बुरी तरह घेर लिया है। एक तो भारत से पाकिस्तान जाने वाले माल की सप्लाई धीरे-धीरे ठप होती जा रही है। दूसरी तरफ, पाकिस्तान से माल मंगाने के नए ऑर्डर करीब- करीब बंद हो गए हैं। दोनों देशों के बीच तनाव और भारत की ओर से इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ा देने से भारत के कारोबारी पाकिस्तान से मांग मंगवाने में हिचक रहे हैं। कारोबारी लगातार ऐलान कर रहे हैं। न तो पाकिस्तान को कोई माल बेचेंगे और न उससे कुछ खरीदेंगे।
इससे दोनों देशों के बीच जो भी कारोबार हो रहा था, उसमें बड़ी गिरावट दिखने लगी है। दोनों देशों के बीच पैदा हुए हालिया तनाव का बड़ा असर कारोबार पर ही पड़ता दिख रहा है। भारत ने पाकिस्तान का मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा खत्म कर दिया है और वहां से सामान मंगाने पर आयात शुल्क 200 फीसदी तक बढ़ा दिया है। इससे पाकिस्तान आर्थिक मोर्चे बुरी तरह घिरता जा रहा है। भारत ने पुलवामा हमले के फौरन बाद उस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए थे। साथ देश के कारोबारी खुद भी अपनी तरफ से पाकिस्तान के साथ कारोबार बंद करने के पक्ष में हैं। उनका कहना है कि मौजूदा हालात में पाकिस्तान के साथ कारोबार जारी रखना संभव नहीं है।
क्या-क्या सामान जाना बंद हो गया पाकिस्तान?
चीनी, चाय, ऑयल केक, पेट्रोलियम ऑयल और कच्ची कपास, सूती धागे, टायर, रबड, डाई, केमिकल जैसे 14 प्रोडक्ट पाकिस्तान मुख्य तौर पर भेजे जाते हैं। दोनों देशों के बीच सड़क के रास्ते से सब्जियों समेत करीब 138 वस्तुओं का इंपोर्ट-एक्सपोर्ट होता रहा है। पर अब आजादपुर मंडी के कारोबारियों ने पाकिस्तान को कोई माल न भेजने का फैसला लिया है। टमाटर व्यापार संघ के प्रेसिडेंट अशोक कौशिक ने इकॉनमिक टाइम्स को बताया कि अटारी-बाघा मार्ग से यहां से रोजाना 75 से 100 ट्रक टमाटर जाता था। पर अब व्यापारियों ने माल न भेजने का फैसला लिया है। सब्जियों, फलों, कपास, धागे के कारोबारियों ने भी इस मार्ग से बुकिंग बंद कर दी है।
कौन सा सामान आना बंद हो गया पाकिस्तान से?
पकिस्तान भारत को ताजे फल समेत 19 सामान मुख्य तौर पर बेचता था। फलों में अमरूद, आम और अनानास हमारे देश में पाकिस्तान से ही ज्यादा आता था। पड़ोसी देश हमारे यहां सीमेंट भी बेचता था। इसके अलावा खनिज अयस्क, तैयार चमड़ा, प्रोसेस्ड फूड, अकार्बनिक रसायन, कच्चा कपास, मसाले, ऊन, रबड़ उत्पाद, अल्कोहल, चिकित्सा उपकरण, समुद्री सामान, प्लास्टिक, डाई और खेल का सामान भी पाकिस्तान से काफी आता रहा है। भारत ने इन सबके आयात पर एक तरह से रोक लगा दी है। असल में भारत सरकार ने पाकिस्तान से आने वाले हर सामान पर इंपोर्ट ड्यूटी यानी सीमा शुल्क बढ़ाकर 200 फीसदी कर दिया है।
कैसे हो रहा था दोनों देशों के बीच कारोबार?
भारत पाकिस्तान के बीच अभी पंजाब में वाघा बॉर्डर, कश्मीर में पुंछ में चाकन दा बाघ और उरी में सलामाबाद के रास्ते सड़क मार्ग से कारोबार होता है। मुंबई और कराची के बीच समुद्री रास्ते के जरिए व्यापार होता है। पुंछ और उरी के रूट जम्मू-कश्मीर और पाक अधिकृत कश्मीर के बीच कारोबार के लिए अहम हैं। मगर इस तनाव के बाद इन सारे रूट्स से कारोबार ठप हैं। आमतौर पर किसी बड़ी आतंकी घटना या सीमापार से घुसपैठ की घटनाओं के बाद इन रूट्स से कारोबार बंद कर दिया जाता है। मगर इस बार हालात कुछ अलग हैं। पाकिस्तानी कारोबार पर एक तरह से प्रतिबंध जैसा लगा देने से जल्दी कारोबार शुरू होने के आसार नहीं दिख रहे। दोनों देशों ने काफी मशक्कत के बाद कारोबार के लिए इन रास्तों को खोला था।
200 फीसदी तक सीमा शुल्क बढ़ा दिया भारत ने
दरअसल MFN का दर्जा खत्म करते ही भारत सरकार को पाकिस्तानी सामान के आयात पर ड्युटी बढ़ाने का अधिकार मिल गया। इसी के बाद ये ड्यूटी यानी सीमा शुल्क बढ़ा दिया गया है। किसी बाहरी देश से अपने देश में सामान मंगाने पर जो शुल्क लिया जाता है, उसे सीमा शुल्क कहा जाता है। इस फैसले से पहले पाकिस्तान से आने वाले फल-सब्जियों पर 30 से 35 फीसदी और सीमेंट पर 7.5 परसेंट टैक्स लगता था। अब ये बढ़ाकर 200 फीसदी कर दिया गया है। जानकारों के मुताबिक ये एक तरह से आयात बैन जैसा ही है। दरअसल, इतनी ड्यूटी बढ़ जाने के बाद पाकिस्तान से भारत का कोई कारोबारी शायद ही कोई माल मंगाए।
इतने का होता है व्यापार?
भारत का पाकिस्तान के साथ आयात कम है और निर्यात अधिक है। इसका मतलब ये कि भारत सरप्लस में है। भारत और पाकिस्तान के बीच वित्त वर्ष 2017-18 में कुल व्यापार 2.4 अरब डॉलर का था, जो भारत के कुल व्यापार के 0.5 फीसदी से भी कम है। वहीं भारत ने पाकिस्तान को 1.9 अरब डॉलर का सामान निर्यात किया, जो इसके कुल निर्यात के एक फीसदी से भी कम है। भारत से बड़ी मात्रा में पाकिस्तान को टमाटर का भी निर्यात किया जाता है।
मोदी सरकार इस बार पाकिस्तान की इस कायराना हरकत का मुहतोड़ जवाब देने के मुड में है। इतना ही नहीं अब बॉलीवुड में पाकिस्तान के कलाकार भी भारत में काम नहीं कर सकते हैं। सिंगर्स पर भी बैन लगा दिया गया है। बॉलीवुड के कड़े रुख से पाकिस्तानी सिंगर्स तबाही के कगार पर आ सकते हैं।