लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार को 33 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की सौगात देंगे। पीएम रविवार को बिहार के बरौनी जाएंगे। यहां वह करीब एक दर्जन परियोजनाओं का उद्धाटन करेंगे। वह कुछ परियोजनाओं को राष्ट्र को भी समर्पित करेंगे। इसमें बरौनी रिफाइनरी की क्षमता विस्तार, जगदीशपुर-हल्दिया गैस पाइपलाइन के विस्तार, सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन, नगर विकास, रेल के साथ-साथ नदी रिवर फ्रंट विकसित करने की योजनाएं शामिल हैं।
प्रधानमंत्री बरौनी में आयोजित होने वाले समारोह में हिस्सा लेने के अलावा बरौनी से रिमोट के माध्यम से पटना मेट्रो की भी आधारशिला रखेंगे। इस दौरान राज्यपाल लालजी टंडन, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, रविशंकर प्रसाद, गिरिराज सिंह, आर.के. सिंह, रामकृपाल यादव और अश्विनी कुमार चौबे आदि शामिल होंगे।
रिवर फ्रंट स्थानीय लोगों को समर्पित करेंगे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को बिहार में जलमल शोधन के लिए विकसित की जाने वाली कई आधारभूत परियोजना की आधारशिला रखेंगे। जल संसाधन, गंगा संरक्षण मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी बिहार में पटना, बाढ़, सुल्तान गंज और नौगछिया में सीवेज से जुड़ी आधारभूत संरचनाओं की आधारशिला रखेंगे।
इसके साथ ही वे पटना में गंगा नदी के मुहाने पर बनाए गए 16 नए घाट, एक विद्युत शवदागृह, 50.9 किलोमीटर लंबा सैर करने का स्थान, सामुदायिक सह संस्कृति केंद्र, दृश्य-श्रव्य सभागार और एक पर्यावरण केंद्र भी स्थानीय लोगों को समर्पित करेंगे। इनके निर्माण पर 243.27 करोड़ रुपये खर्च हुए है।
इस संबंध में मुख्य समारोह 17 फरवरी को बेगूसराय में आयोजित किया जाएगा। प्रधानमंत्री जलमल से जुड़ी जिन आधारभूत संरचना परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे उनमें पटना में कर्मालिचक में 96.54 किलोमीटर लंबे सीवेज नेटवर्क और सीवेज पम्पिंग स्टेशन, 11 एमएलटी जलमल शोधन क्षमता वाला संयंत्र, बाढ़ में जलमल प्रवाहित करने वाले तीन बड़े नालों का पानी नदी में गिरने से रोकने और उनके बहाव का मार्ग बदलने संबंधी परियोजना शामिल है।
इसके अलावा सुल्तानगंज में 10 एमएलडी क्षमता वाला मलजल शोधन संयंत्र, 4 एसपीएस और पांच गंदे नालों को बंद करने और उनके बहाव का रास्ता बदलने तथा नौगछिया में 9 एमएलडी क्षमता वाले जलमल शोधन संयंत्र,6 एसपीएस और 9 गंदे नालों को नदी में बहने से रोकने और उनका बहाव बदलने की परियोजनाएं शामिल हैं। इन परियोजनाओं पर 452.24 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इनके बन जाने से 6.7 करोड़ लीटर गंदा पानी गंगा नदी में गिरने से रोका जा सकेगा।
प्रधानमंत्री हजारीबाग, दुमका, पलामू एवं जमशेदपुर में 500 बेड वाले चार अस्पातलों की नींव ऑनलाइन माध्यम से रखेंगे। इसमें कहा गया है कि इसके अलावा वह हजारीबाग शहरी लाइन जल आपूर्ति योजना और हजारीबाग के लिए चार एवं रामगढ़ के लिए दो ग्रामीण पेयजल योजना का शिलान्यास करेंगे।