उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को 41 और ज्योतिरादित्य सिंधिया को 39 लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी सौंपी
लखनऊ। करीब आ रहे लोकसभा चुनाव में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को पीएम नरेंद्र मोदी के क्षेत्र वाराणसी और सीएम योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर को जीतने की चुनौती मिली है। उन्हें कांग्रेस ने यूपी की 41 सीटों का जिम्मा सौंपा है। जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया को 39 सीटों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसके अलावा कांग्रेस ने इन दोनों महारथियों के कंथों पर बड़े- बड़े नेताओं के गढ़ जीतने की जिम्मेदारी भी दी है। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के लिए नियुक्त दोनों प्रभारी महासचिवों प्रियंका गांधी वाड्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया को लोकसभा चुनाव के लिए सीटों की संख्यावार जिम्मेदारी सौंप दी।
पार्टी ने महासचिव- प्रभारी (पूर्वी उत्तर प्रदेश) प्रियंका को उत्तर प्रदेश की 41 लोकसभा सीटों और महासचिव- प्रभारी (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) सिंधिया को 39 सीटों की जिम्मेदारी दी है। इसी के साथ इन दोनों नेताओं के लिए प्रदेश में ये भी बड़ी चुनौती है कि आखिर प्रदेश की कुछ सीटों पर बड़े नेताओं को कैसे मात दी जाएं।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुतबिक पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने इन दोनों महासचिवों के लिए सीटों की संख्या के निर्धारण को स्वीकृति प्रदान की। प्रियंका को जिन सीटों की जिम्मेदारी सौंपी गई है उनमें अमेठी और रायबरेली के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ कही जाने वाली गोरखपुर सीट भी शामिल है।
दूसरी तरफ, सिंधिया को सौंपी गई सीटों में कानपुर, कन्नौज, सहारनपुर और गाजियाबाद जैसी सीटें शामिल हैं। बीते 23 जनवरी को प्रियंका और सिंधिया को महासचिव नियुक्त करते हुए उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई थी। इन दोनों ने सोमवार को ही राहुल गांधी के साथ लखनऊ में रोडशो किया था। जिसमें लखनऊ की सड़कों पर साफ देखने को मिला कि कांग्रेस के युवा नेताओं ने अब प्रियंका को जीत का रास्ता दिखाना शुरू कर दिया है।