जुबिली न्यूज डेस्क
पहलगाम आतंकी हमले के बाद देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आतंकियों को कल्पना से परे सजा देने का ऐलान किया है। इस बीच, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सहित कई कांग्रेस नेताओं के बयानों ने नया विवाद खड़ा कर दिया है, जिस पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और कांग्रेस नेताओं को ‘निशान-ए-पाकिस्तान’ देने की मांग कर डाली।
कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी से राहुल गांधी नाराज
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं के बयानों पर नाराजगी जताई है। उन्होंने पहलगाम हमले जैसे गंभीर मुद्दे पर नेताओं की अलग-अलग टिप्पणियों से पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचने की चिंता जाहिर की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी इस स्थिति पर ऐतराज जताया है और जल्द ही पार्टी नेताओं के लिए अधिकारिक दिशा-निर्देश जारी होने की संभावना है।
कांग्रेस ने सर्वदलीय बैठक में रखा अपना पक्ष: जयराम रमेश
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी दी कि 24 अप्रैल 2025 को कांग्रेस कार्य समिति (CWC) ने पहलगाम आतंकी हमले पर प्रस्ताव पारित किया था। अगले दिन 25 अप्रैल को मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेकर सरकार के साथ विपक्ष की एकजुटता दिखाई।
“व्यक्तिगत राय, आधिकारिक रुख नहीं” – जयराम रमेश
जयराम रमेश ने साफ किया कि मीडिया में दिए गए कुछ कांग्रेस नेताओं के बयान व्यक्तिगत हैं और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की आधिकारिक नीति का प्रतिनिधित्व नहीं करते। उन्होंने कहा कि केवल CWC का प्रस्ताव, खरगे और राहुल गांधी के बयान तथा अधिकृत AICC पदाधिकारियों के विचार ही पार्टी का वास्तविक रुख दर्शाते हैं।
‘युद्ध की जरूरत नहीं’ बयान पर सिद्धारमैया घिरे विवादों में
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बयान दिया कि पाकिस्तान के साथ युद्ध की जरूरत नहीं है। उनके इस बयान पर बीजेपी ने कांग्रेस और सिद्धारमैया दोनों पर तीखा हमला बोला। कई जगहों पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किए।
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राहुल गांधी ने घायलों से की मुलाकात
राहुल गांधी ने शुक्रवार, 25 अप्रैल को पहलगाम हमले में घायल और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का मकसद समाज में विभाजन फैलाना और भाई को भाई से लड़ाना है। राहुल ने देशवासियों से एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष करने का आह्वान किया।