जुबिली न्यूज डेस्क
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार पर बड़ा दबाव बनाते हुए कहा कि सरकार को इस हमले पर बड़ा और ठोस कदम उठाना चाहिए। उन्होंने कहा, “आज हमारी सीमाओं पर जवानों की सबसे ज्यादा जरूरत है। पाकिस्तान और चीन दोनों से हमारी दोहरी चुनौती है। अगर हमने पीओके की ओर कदम बढ़ाया, तो चीन से भी मुकाबला करना पड़ेगा।”
राणा सांगा से जुड़े विवाद पर खुली बहस की पेशकश
अखिलेश यादव ने कहा कि वे राणा सांगा के मुद्दे पर खुले मंच पर बात करने के लिए तैयार हैं। साथ ही उन्होंने करणी सेना पर तंज कसते हुए कहा कि कश्मीर में 24 सीटें खाली हैं, सेना वहां जाए और चुनाव करवा कर दिखाए।
“सवाल घर जाने का नहीं, आतंकियों के आने का है”
सपा प्रमुख ने तीखे सवाल उठाते हुए कहा, “मुद्दा यह नहीं है कि मैं किसके घर गया या नहीं गया। असली सवाल यह है कि हमारे देश के अंदर आतंकवादी कैसे घुस आए?”
सरकार पर पीड़ितों की अनदेखी का आरोप
अखिलेश ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हमले के बाद डेढ़ घंटे तक किसी ने शहीदों और घायलों की सुध नहीं ली। पीड़ित परिवारों को अस्पताल में देखने तक कोई नेता नहीं पहुंचा। उन्होंने कहा कि आज जब सरकार “विश्व गुरु” बनने की बात करती है, तो ज़मीनी हकीकत इसके बिल्कुल विपरीत नजर आती है।
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10 करोड़ रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग
अखिलेश यादव ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे “सुरक्षा में गंभीर चूक” और “खुफिया तंत्र की विफलता” का नतीजा बताया। उन्होंने केंद्र सरकार से पीड़ित परिवारों को 10 करोड़ रुपये का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की। इसके साथ ही, सिंधु जल समझौते को निलंबित करने के सरकार के कदम का भी समर्थन करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी ‘जल बंदी’ जैसे हर राष्ट्रीय हित के निर्णय के साथ है।