जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में एक निजी स्कूल में 22 अप्रैल को 12वीं के छात्र हेमंत पटेल की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद से न सिर्फ स्थानीय प्रशासन हरकत में आया है, बल्कि राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है और वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने मामले की जांच के लिए SIT (विशेष जांच टीम) गठित कर दी है। साथ ही शिवपुर थाने के SHO को लाइनहाजिर कर दिया गया है।
परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर भी लगाए आरोप
हेमंत के परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर भी हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।
राजनीतिक दलों ने साधा पटेल वोट बैंक
हत्या की खबर फैलते ही अलग-अलग दलों के नेता वाराणसी पहुंचने लगे। सभी ने न्याय की मांग के साथ सरकार और प्रशासन पर सवाल उठाए। पटेल समुदाय के प्रभाव को देखते हुए, इस मामले पर सियासी दलों की सक्रियता भी बढ़ गई है।
पल्लवी पटेल ने साधा सरकार पर निशाना
समाजवादी पार्टी समर्थित अपना दल (कमेरावादी) की नेता और विधायक पल्लवी पटेल 26 अप्रैल को पीड़ित परिवार से मिलीं। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि:”पिछड़ों के वोट से बनी सरकार आज दिनदहाड़े पिछड़ों की हत्या कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में यह घटना शर्मनाक है। न्याय मांगने पर परिजनों को गाली दी जा रही है।”
कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने भी जताई संवेदना
27 अप्रैल को यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने भी हेमंत के घर पहुंचकर शोक व्यक्त किया। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में लिखा:”हेमंत पटेल के परिजनों से मिलकर संवेदना प्रकट की और पुलिस आयुक्त से बात कर SIT जांच और दोषी पुलिस अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।”
सपा नेता लाल बिहारी यादव का भी वाराणसी दौरा
समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने सरकार पर मनमाने रवैये का आरोप लगाया और निष्पक्ष जांच की मांग की।
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पुलिस ने शुरू की SIT जांच
पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी ने पूरे मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच टीम गठित कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।